पटना।
कभी दिल्ली तो
कभी जम्मू-कशमीर
की ठंड से
बेहाल होकर मौत
को गले लगाने
वालों पर आपदा
प्रबंधन विभाग की नजर
नहीं है। इसका
परिणाम है कि
30 दिसम्बर,2013 से 27 जनवरी,2014 तक
जारी विभाग के
द्वारा रिपोर्ट को देखने
से पता चलता
है। इस संदर्भ
में आलोचकों का
कहना है कि
सरकार की किरकिरी
न हो। इसके
कारण ठंड से
होने वाली मौत
को दर्शाया ही
नहीं जा रहा
है।
अब
तक प्रतिदिन अलाव
जलाने की स्थान
एवं संख्या में
भागलपुर अव्वल है। यहां
पर 125 जगहों पर व्यवस्था
की गयी है।
दूसरे स्थान पर
पटना है। यहां
पर 120 स्थानों पर अलाव
की व्यवस्था की
गयी है। तीसरे
स्थान पर रोहतास
है। यहां पर
97 जगहों पर व्यवस्था
की गयी है।
सबसे कम 6 जगहों
पर अलाव की
व्यवस्था शेखपुरा में की
गयी है। वहीं
आपदा प्रबंधन विभाग
द्वारा आंवटित राशि 3 लाख
में पटना व
गया बराबरी पर
छूटे हैं। पूर्णिया
को 2.50 लाख दिये
गये है। अरवल
और जहानाबाद को
25 लाख राशि आवंटित
की गयी है।
सूबे के 6806751 लोग
प्रभावित हैं।

आलोक
कुमार