बिहार घरेलू कामगार संगठन के
कार्यकर्ताओं की प्रस्तुति गांधी संग्रहालय में

इसको समेटकर नुक्कड़ नाटक की
प्रस्तुतिकरण की गयी। मानव व्यापार से लेकर घर के नियोजक यानी मालिक/मालिकी के
कृत्यों का पर्दाफाश किया गया। कामगार बच्ची रेखा कुमारी के ऊपर जोर जुल्म किया
गया। घर के सदस्यों की आवश्यकताओं को पूर्ण करने में जार-जार होती रही। एक ही बार
में डिमांड पेश करने से परेशान हो उठती थी। बीच-बीच में थीम सोंग पेश करने से
प्रस्तुति के साथ दर्शकों को बांध रखने में प्रस्तुति कामयाब रही। मानव व्यापार और
घरेलू कामगारों की समस्याओं को उजागर करने में संगठन के सदस्य अहम भूमिका निभाएं।
छोटे से बड़े ओहदेधारी मिलकर प्रस्तुति को चार चांद लगाएं। सिस्टर लीमा रोस,सिस्टर
लुसी, सुषमा, ज्योति, पूजा, सलोमी,नवमी, असरीता,रेखा,निलुका आदि
अपने-अपने अहम किरदार निभाने में कामयाब रहे।
आलोक कुमार
मखदुमपुर बगीचा,दीघा घाट,पटना।
No comments:
Post a Comment