संत पिता जोन पौल द्वितीय है पूर्व की तरह
कब्र से निकालने के बाद पता चला
वाटिकन सिटी,(वीआर सेदोक)रू संत पापा फ्राँसिस ने बृहस्पतिवार को अर्जेंटीना के अपने एक पुराने मित्र रब्बी अब्राहम स्कोरका तथा पवित्र धर्मग्रंथ ‘तोरह’ के नये संस्करण की प्रस्तुतिकरण के अवसर पर उपस्थित 89 यहूदी प्रतिनिधियों से, वाटिकन के क्लेमेंटीन सभागार में मुलाकात की तथा कहा कि यह प्रकाशन मात्र अपने आप में विभिन्न देशों, उम्र और धर्मावलम्बियों के बीच व्यवस्थान का फल है।
यहूदी प्रतिनिधि मंडल के सदस्यों को सम्बोधित कर उन्होंने कहा, ″मैं आपलोगों के इस विचारशील भाव के लिए कृतज्ञ हूँ जिसने आज हमें तोरह के चारों ओर एक साथ लाया है जो हमारे लिए प्रभु का उपहार है उनकी प्रकाशना एवं उनकी पवित्र वाणी।″

संत पापा ने यहूदियों एवं ख्रीस्तीयों के आपसी संबंध पर दृष्टिपात करते हुए कहा कि दोनों के बीच वार्ता अब अच्छी तरह से स्थापित हो चुका है। उन्होंने इस मुलाकात को वार्ता का हिस्सा मानते हुए उसे उपहार के रूप में स्वीकार किया।
तोरह के नये संस्कारण पर गौर करते हुए संत पापा ने कहा कि इसके व्यापक परिचय एवं संपादकीय प्रकथन में तोरह के आध्यात्मिक संदेश को लेते हुए, संवादात्मक दृष्टिकोण, खुलेपन, आपसी सम्मान और शांति पर जोर दिया गया है। संत पापा ने तोरह के इस नये संस्करण के प्रकाशन में योगदान देने वाले सभी सदस्यों को धन्यवाद दिया एवं उनके प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्ति की।
ज्ञात हो कि प्रचीन विधान के प्रथम पाँच ग्रंथों को बाईबिल के इब्रानी संस्करण में ‘तोरह’ कहा जाता है जिसका अर्थ है संहिता। इसका कारण यह है कि इन पाँच ग्रंथो में मुख्यतः यहूदियों के विधि निषेध दिये गये हैं।
आलोक कुमार
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