Friday, 13 October 2023

अंतरराष्ट्रीय अंडा आयोग ने स्वस्थ भविष्य के लिए अंडे की थीम चुनी है

 अंतरराष्ट्रीय अंडा आयोग ने स्वस्थ भविष्य के लिए अंडे की थीम चुनी है


पटना। आज विश्व अंडा  दिवस है। अंतरराष्ट्रीय अंडा आयोग, वियना शहर में 1996 के कॉन्फ्रेंस में प्रत्येक वर्ष अक्टूबर माह के द्वितीय शुक्रवार को विश्व अंडा    दिवस मनाने का निर्णय लिया गया। इसके आलोक में पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के द्वारा 13 अक्टूबर को विश्व अंडा   दिवस 2023 मनाया गया। 

        जीवन में खानपान का विशेष महत्व माना गया है। हेल्दी लाइफ जीने में हमारे द्वारा खाने पीने की चीजों का बहुत ही महत्वपूर्ण रोल है। एक तरह से देखा जाए काफी हद तक खान पान की शैली ही हमारे स्वस्थ अस्वस्थ होने का कारण बनती है। इसलिए हमें अपने खान पान का बहुत ही विशेष ध्यान रखना चाहिए. ताकि हम और हमारा परिवार स्वस्थ रह सके। इसी को ध्यान में रखते हुए हर साल विश्व अंडा दिवस 2023 अक्टूबर के दूसरे शुक्रवार को सेलिब्रेट किया जाता है। 

   इस दिवस को मनाने का उद्देश्य जीवन में अंडे की महत्ता एवं उसके लाभ की जानकारी को आम जन में प्रचारित करने का सुअवसर प्रदान करना है। खासकर विद्यालय के बच्चों को इसकी जानकारी के साथ-साथ इसमें पाये जाने वाले महत्वपूर्ण प्रोटीन, मिनरल, एच.डी.एल. कोलेस्ट्रॉल की उपलब्धता कम कीमत पर पाये जाने की सूचना देना है। 

    भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आई.सी.एम.आर.), नई दिल्ली, जो खाद्य पदार्थों के बारे में जानकारी एवं उसके अनुशंसित मात्रा का निर्धारण करती है, के अनुसार प्रत्येक व्यक्ति को प्रति वर्ष 180 अंडा खाना चाहिए। अंडा  एक उत्तम खाद्य पदार्थ के रूप में जाना जाता है। एक सामान्य अंडे में लगभग 70 कैलोरी ऊर्जा एवं उच्च गुणवत्ता वाली प्राकृतिक प्रोटीन की मात्रा 6 ग्राम पायी जाती है। वसा की मात्रा 4.5 ग्राम जिसमें 1.5 ग्राम संतुलित वसा एवं 2 ग्राम असंतुलित वसा पाया जाता है। साथ ही अन्य कई प्रकार के खाद्य पदार्थ जैसे विटामिन ए. डी. ई. के, बी-2, बी-5, बी-6, बी-12 फोलेट एवं अन्य मिनरल्स जैसे कैल्शियम, फास्फोरस, सेलेनियम, जिंक इत्यादि पाये जाते है जो सामान्य मनुष्यों खासकर बच्चों के स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभदायक है।  

     साधारणतः अंडा    को उच्च कोलेस्ट्रॉल के रूप में जाना जाता है जबकि एक सामान्य अण्डा में 212 मिलीग्राम कोलेस्ट्रॉल पाया जाता है, जो अनुशंसित मात्रा 300 मिलीग्राम का लगभग 70 प्रतिशत ही होता है। अंडा   का सेवन बच्चों के सामान्य शारीरिक एवं मानसिक विकास, वजन नियंत्रण के साथ-साथ गर्भवती महिलाओं के लिए भी लाभप्रद है।  लेयर मुर्गी फार्म के इ

    काई की स्थापना करने के लिये सामान्य जाति के लाभार्थियों को लागत का 30 प्रतिशत एवं अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति के लाभार्थियों को लागत का 40 प्रतिशत अनुदान देने की व्यवस्था है। इसके अलावा बैंक ऋण के ब्याज पर भी आगामी चार वर्षों में 50 प्रतिशत अनुदान देने की व्यवस्था की गई है। 

   राज्य अण्डा उत्पादन में वृद्धि करने के लिए विभाग के द्वारा समेकित मुर्गी विक वाली मुर्गी) मुर्गी पालन को बढ़ावा देने के लिए अनुदान की योजना चलाई जा रही है। ‘सण्डे हो या मंडे, रोज खाओ अंडे  ‘. ‘गर्मी, वर्षा या हो ठण्डे, रोज खाओ अंडे  ‘ ।    पशुपालन निदेशालय, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग, बिहार, पटना द्वारा जनहित में प्रसारित किया गया।  


आलोक कुमार

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