पटना।
नवनिर्मित पाटलिपुत्र स्टेशन पर
बैठकर मां बिलबिला
रही हैं और
झोपड़ी में बेटा
कलप रहा है।
यह सब सुशासन
सरकार के शासन
में हो रहा
है। वहीं बिहार
के अपर मुख्य
चुनाव पदाधिकारी श्री
आर . लक्ष्मणन लोकल
प्रशासन के सहयोग
से आम चुनाव
कराने की जोरदार
तैयारी जारी है।
पाटलिपुत्र
स्टेशन पर बेसुध
होकर जुलेखा खातून
पड़ी रहती हैं।
इनका पति मो .
इब्राहिम अल्लाह के प्यारे
हो गए हैं।
अपने पुत्र शाह
मोहम्मद के घर
में जुलेखा शरण
ले रखी हैं।
झोपड़ी में जगह
नहीं रहने के
कारण स्टेशन पर
खाना खाकर सो
जाती हैं। वह
आने जाने वालों
को रोककर पुत्रवधु
सज्जन खातून की
शिकायत करती हैं।
उसने खाना बंद
कर दी हैं।
इस बाबत सज्जन
खातून कहती हैं
कि सास जुलेखा
को खाने पीने
में कमी नहीं
की जाती है।
बुढ़ापा के कारण
इधर उधर चली
जाती हैं। खुद
उनको समझना चाहिए
कि पुत्र शाह
मोहम्मद को लकवा
और बाद में
मिर्गी हो गया
है। पैसे के
अभाव में इलाज
बंद है। पर
वह समझती ही
नहीं हैं।
खैर ,
कल्याणकारी शासक के
द्वारा मां जुलेखा
और बेटा शाह
मोहम्मद के बारे
में कल्याणकारी कदम
उठाया जाए। ऐसा
करने से मां
और बेटा का
कल्याण हो सकेगा।
क्या यह उम्मीद
की जाए कि
शासक कदम उठाएगी ?
Alok
Kumar
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