Friday 24 October 2014

अब वह 12 लाख 50 हजार रूपए लेकर.....



सहोदर भाई का इलाज करवाने में सफल होगा

दिल्ली। सहोदर भाई घर में गंभीर रूप से बीमार है। ऑपरेशन करवाने के लिए 12 लाख रूपए चाहिए। घर की माली हालत खराब है। तब निरकुंश कुमार घर से बाहर निकला। यह कहकर बाहर गया कि जबतक भाई के इलाज लायक रकम नहीं होगा,तबतक घर वापसी नहीं करूंगा। आज दीपावली के दिन कौन बनेगा करोड़पति के हॉट सीट पर बैठकर निरकुंश कुमार 12 लाख 50 हजार रू.जीत गए।वह अब खुशी-खुशी घर जाने लायक बन गया है।

इस भौतिकवादी युग में निरकुंश कुमार के पास एक कमीज और पैंट है। वह भी एक अथवा दो दिन की बात नहीं है। पूरे दो साल तक एक ही कमीज और पैंट पहने को बाध्य था। वह नियमित कपड़ा धोता था। कपड़े को सूखाने के बाद पहन लेता था। आप सोच सकते हैं। गोदरेज में भरकर कपड़े रहने के बाद भी मौसमानुसार वस्त खरीदते और पहनते हैं। इस सहनशील निरकुंश कुमार ने सारा श्रेय अरूणा कृष्णन नामक मेम को दिया है।जो कौन बनेगा करोड़पति के हॉट सीट तक पहुंचने में मदद की हैं। उन्होंने आठ-नौ सेट वस्त्र भी खरीद दिए।
कौन बनेगा करोड़पति के हॉट सीट पर निरकुंश कुमार बैठे हैं। महानायक अभिताभ बच्चन पूछते हैं कि भाई के इलाज में कितनी रकम लगेगी? तब उसने जवाब में कहा कि चिकित्सकों के अनुसार 12 लाख रूपए से अधिक की रकम खर्च होगी। आप 12 लाख 50 हजार रू.जीत लिए हैं। ध्यान से खेलेंगे। नहीं तो नीचे गिरकर 3 लाख 20 हजार रू. पर जाएंगे।

यह रहा खेल का 10वां सवाल। 2013 के ज्ञानपीठ पुरस्कार किसको मिला था? चारों लाइफ लाइन खत्म हो गया है। ऑप्शन को देखकर निरकुंश कुमार ने 2013 के ज्ञानपीठ पुरस्कार के विजेताओं में मनोहर श्याम जोशी, नामवर सिंह,केदारनाथ सिंह और मन्नु भंडारी हैं। इसमें आपको जवाब देना है। आप 12 लाख 50 हजार जीत लिए हैं। अगर सही नाम बता देंगे तो आप 25 लाख रू.जीत लेगे। तब महानायक कहते हैं कि ध्यान देकर खेलेंगे। इतना में रेड लाइट जला दिया जाता है। इसका मतलब यह है कि गेम खेलने वालों को संकेत दिया जाता है कि आप गेम को छोड़ दें। तब अभिताभ कहते हैं कि रेड लाइट जलने के बाद यह आपकी मर्जी है। कि आप इसे स्वीकार करें अथवा अस्वीकार कर दें। आपको यह मानना अनिवार्य नहीं हैं। आप सोच समझकर बोले। काफी मंथन करने के बाद निरकुंश कुमार कहते हैं कि मैं गेम को छोड़ना चाहता हूं। तब अभिताभ कहते हैं कि हां, जाते-जाते आप बता जा कि आप किसके पक्ष में जवाब देना चाहते थे। निरकुंश कुमार ने कहा कि मनोहर श्याम जोशी को। तब कम्प्यूटर महाराज ने सही जवाब दिया। 2013 के ज्ञानपीठ पुरस्कार के विजेता केदारनाथ सिंह जी थे। वह 12 लाख 50 हजार जीतकर खुशी-खुशी से हॉट सीट से उठा।


आलोक कुमार

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