ऑस्ट्रेलियाई
चिकित्सक के द्वारा ट्रेनिंग दिया जा रहा
है
2016 तक कालाजार से कटिहार को मुक्त करने का लक्ष्य
|
Kalazaar sai |
कटिहार।
कालाजार से कटिहार को 2016
तक मुक्त कर
दिया जाएगा। कालाजार से जार-जार होने वालों की सुधि लेकर आस्ट्रेलियाई चिकित्सक आए
हैं। बिहार में आने के बाद सिविल सर्जन के सहयोग से चिकित्सकों को प्रशिक्षण देने
लगे हैं। आस्ट्रेलियाई चिकित्सक ने दवा इजाद करके अपने साथ दवा भी लाए हैं। जो
काफी कम दिन दवा का सेवन करना है। इसको सेवन करने से कालाजार रोगी को निश्चित ही
चंगा हो जाना है। अगर यह दवा सफल हो जाता है तो कालाजार रोगियों के लिए फायदेमंद
होगा।
|
Doctor of Australia |
प्राप्त
जानकारी के अनुसार केन्द्रीय सरकार ने 2022
तक
कालाजार उन्मुलन कर लेने का निश्चय किया है। केन्द्र सरकार के द्वारा निर्धारित
कार्यवर्ष के 6
साल पहले ही कटिहार से कालाजार को
खदेड़ दिया जाएगा। अगर सही मायने में कटिहार से कालाजार समाप्त हो जाएगा तो समझ ले
तो बहुत बड़ा कार्य होगा। अभी कटिहार के सरकारी अस्पताल में 246
मरीज भर्त्ती होकर इलाज करवा रहे हैं।
बालूवई मक्खी से प्रसार होता है कालाजारः बालूवई मक्खी बालूवाले ठंडे स्थान पर रहते हैं। उत्तर बिहार में बालूवई
मक्खी का बोलबाला है। खासकर जमीन पर सोने वालों को शिकार करता है। इस मक्खी को
काटने से इंसान का स्पीन बढ़ जाता है। शरीर कालापन हो जाता है। कालाजार के शिकार
मरीजों को निःशुल्क सूई दी जाती है। सूई सभी सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध रहता है।
बिहार सरकार ने ऐलान कर रखा है। जिन व्यक्ति को कालाजार हो जाएगा। उसका घर इंदिरा
आवास योजना से निर्माण कर दिया जाएगा। मगर यह ऐलानभर ही है। ऐसा बिड़ले ही किसी को
हो पाता है।
आलोक कुमार
No comments:
Post a Comment