100 दिनों से सत्याग्रह पर बैठे |
झारखंड। झारखंड के मुख्यमंत्री सत्याग्रहियों की आवाज नहीं सुनते हैं? आप ठीक कह रहे हैं। सूचना के अधिकार कार्यकर्ता हैं सुभाष कुमार मित्तल। भ्रष्टाचाररियों पर नकेल कसने के लिए सत्याग्रह कर रहे हैं। देखते ही देखते पचासा पूर्ण करने के बाद शतक पूर्ण कर लिए हैं। सत्याग्रह के शानदार शतक है। वहीं पर सत्ताधारी के गाल पर शतकीय तमाचा है। आरटीआई कार्यकर्ता के पक्ष में कई तरह के कार्यक्रम किए गए। मगर सरकार के द्वारा कार्रवाई नहीं की जा रही है।
आलोक कुमार, मखदुमपुर बगीचा,दीघा घाट, पटना।
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