महिलाओं को आवश्यकतानुसार सेनेट्री नैपकीन भी दिया जाएगा
पटना। सभी पंजीकृत वयस्क विस्थापितों को खाने के लिए स्टील की थाली, कटोरा, लोटा एवं गिलास दिया जाएगा, जिसका उपयोग राहत केन्द्रों में आवासन के दौरान तो करेंगे ही राहत केन्द्रों से अपने घरों को लौटने के समय उन्हें लेते जाएगें। इसी प्रकार बच्चों को भी स्टील की छोटी थाली (छिपली), कटोरा, ग्लास उपलब्ध कराया जाएगा। जिन राहत केन्द्रों में आंगनबाड़ी केन्द्र संचालित किए जा रहे हैं, उनमें बच्चों को दिया जाने वाला पोषाहार भी छाटी थाली/ कटोरे में दिया जाएगा।
सभी पंजीकृत पुरूषों को लूंगी/ धोती, गंजी, गमछा तथा महिलाओं को साड़ी, साया, ब्लाउज तथा बच्चों को निकर/ टी-शर्ट तथा बच्चियों को यथानुसार चड्ढी/ स्कर्ट/ फ्रॉक भी दिया जाएगा।
सभी पंजीकृत विस्थापित परिवारों को नहाने एवं कपड़ा धोने का साबुन, सुंगधित केश तेल, कंघी एवं छोटा ऐनक तथा महिलाओं को आवश्यकतानुसार सेनेट्री नैपकीन भी दिया जाएगा।
आबादी के निष्क्रमण के दौरान गर्भवती महिलाओं को निष्क्रमित किए जाने के क्रम में यदि बच्चे का जन्म यदि नाव अथवा राहत शिविर अथवा अस्पताल में होता है तो नवजात लड़की के लिए 15000/- रू0 एवं नवजात लड़की के लिए 10000/- रू0 भुगतान किया जाएगा।
प्रभावित प्रखण्डों की संख्या - 74प्रभावित पंचायतों की संख्या - 565प्रभावित गांवों की संख्या - 2037प्रभावित जनंसख्या -34.69 लाख मनुष्य, 3.34 लाख पशु, निष्क्रमित आबादी -4.97 लाख।बाढ़ से मृत व्यक्तियों की संख्या - 55 (भोजपुर-15, वैशाली-7, भागलपुर-2, बक्सर-1, लखीसराय-3, समस्तीपुर-8, खगड़िया-3, सारण-5, मुंगेर-1, बेगूसराय-9, पटना-1) ।बाढ़ से मृत पशु की संख्या - 34।
गृह क्षति (अबतक प्राप्त सूचनानुसार) - (प) पक्का- आंशिक-04 पूर्ण-शून्य, (पप) कच्चा-आंशिक-227 पूर्ण-30 और (पपप) झोपड़ी- 249।परिचालित नावों की संख्या - 2571,चलाए जा रहे राहत कैम्पों की संख्या -544, शिविरों में रह रहे लोगों की संख्या - 2.66 लाख, चिकित्सा दलों की संख्या - 328, पशु शिविरों की संख्या - 151।
अबतक प्राप्त सूचनानुसार सूखा राहत वितरण का विवरण-
चूड़ा-6848 क्वीं0, गूड़-1188 क्वीं0, सत्तु-111क्वीं0, दीया- सलाई-90601 पैकेट, मोमवत्ती-89376 पैकेट, पॉलिथिन शीट्स-58828 एवं ड्राई फूड पैकेट-243959।
आलोक कुमार
मखदुमपुर बगीचा,दीघा घाट,पटना।
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