पटना.बिहार के बेगूसराय जिले में उन्माद भड़काने में लग गये हैं सांसद गिरिराज सिंह और नीरज कुमार सिंह के साथ टुनटुन कुमार सिंह.यह हम नहीं कह रहे हैं. यह कथन भाकपा-माले राज्य सचिव कॉमरेड कुणाल का हैं.उन्होंने कहा है कि समस्तीपुर के बाद अब भाजपा-आरएसएस बेगूसराय में साम्प्रदायिक उन्माद भड़काने की कोशिश कर रहे हैं, और इसके मास्टर माइंड कोई और नहीं बल्कि वहां के स्थानीय सांसद गिरिराज सिंह हैं. उन्होंने नीतीश कुमार से अपील की है कि ऐसी उन्मादी ताकतों पर अविलम्ब लगाम लगाएं, वरना बिहार को नफरत व हिंसा की आग में झुलसने में देर नहीं लगेगी.
12 मार्च 2022 को लगभग 11 वर्षीय बच्चा मोहम्मद चांद चापाकल में पानी पी रहा था. दो बच्चों में इसी बात को लेकर मारपीट हुई. हालांकि बड़ों के हस्तक्षेप के बाद बात वहीं समाप्त हो गई थी, लेकिन भाजपा-आरएसएस के लोगों ने फिर योजनाबद्ध तरीके से 18 मार्च यानी होलिका दहन की शाम में उसी बच्चे मो. चांद को पकड़ लिया. नीरज सिह (गांधी ) ने उसके साथ मारपीट की और बांध दिया. इस घटना की जानकारी मिलने पर स्थानीय मुखिया और सरपंच वहां पहुंचे, जो अल्पसंख्यक समुदाय के ही हैं, तो उनलोगों के साथ भी मारपीट की गई. मामला तूल न पकड़ ले इसलिए वे लोग लौट गए. बच्चा नीरज सिंह के ही कब्जा में रहा. बाद में पुलिस बच्चे को रात में साथ ले गई.
19 मार्च को स्थानीय भाजपा सांसद केन्द्रीय मंत्री गिरीराज सिंह ने रजौड़ा जाकर उकसावापूर्ण वक्तव्य दिया और साम्प्रदायिक तत्वों को ललकारा. उनके लौटने के साथ पुनः साम्प्रदायिक तत्वों ने नीरज सिंह और पूर्व मुखिया टुनटुन सिह की अगुवाई में मो. चांद के पिता महफूज, जो दर्जी हैं, के उपर जानलेवा हमला कर दिया, जिसमें दर्जनो लोग घायल हो गए. गिरिराज सिंह के कारण ही फिर विवाद बढ़ गया. अभी तक 12 लोग घायल हो चुके हैं. स्थिति पर प्रशासन को तत्काल नियंत्रण स्थापित करना चाहिए.
के.डी.पंडित ने कहा है कि नीरज सिंह, टुनटुन सहित सांसद गिरिराज सिंह पर साम्प्रदायिकता फैलाने के, मुकदमा चलाकर स्थिति पर रोक लगाने के लिए प्रशासन से मांग करता हूं.
आलोक कुमार
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