देश के प्रसिद्ध कॉलेजों की पढ़ाई के तरीके, सभ्यता और रिसर्च वर्क के लिए पटना वीमेंस कॉलेज ने 17 कॉलेजों के साथ एमओयू साइन किया है. कॉलेजों के बीच शिक्षा, अनुसंधान और अन्य गतिविधियों के क्षेत्रों में अकादमिक और सांस्कृतिक आदान-प्रदान के साथ ही कॉलेजों के बीच संबंधों को विकसित करने में मदद करेगा. संस्थान उच्च शिक्षा की दिशा में सहयोग करने और मिल कर काम करने पर भी सहमति जाहिर की है....
पटना.पटना वीमेंस कॉलेज की स्थापना 1940 में बिशप
बी.जे. सुलिवन एसजे, पटना के बिशप और मदर एम. जोसेफिन ए.सी. सुपीरियर जनरल ऑफ अपोस्टोलिक कार्मेल द्वारा की गई थी. यह बिहार में महिलाओं की शैक्षिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए खोला गया उच्च शिक्षा का पहला संस्थान था. संस्थापक बिशप सुलिवन ने इसका नाम पटना महिला कॉलेज रखा और इसे बिहार की महिलाओं को उपहार के रूप में प्रस्तुत किया, जिससे उनके निपटान में उच्च शिक्षा का अवसर मिला. बिशप सुलिवन का दृढ़ विश्वास था कि बिहार का उत्थान अपनी महिलाओं को उच्च शिक्षा के अवसर प्रदान करके यानी उन्हें सशक्त बनाकर उन्हें मुक्त करने में है.प्रारंभिक वर्षों में, कॉलेज और छात्रावास बांकीपुर में बिशप के अपने आवास में स्थित थे, जिसे उन्होंने इस मील के पत्थर के लिए खाली कर दिया था.इस बीच शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए यूजीसी यानी विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने ओपन यूनिवर्सिटी को स्थापित करने के लिए कई नियमों में बदलाव किए हैं. नियमों में हुए संशोधन को लेकर केंद्र शिक्षा मंत्रालय के द्वारा 20 मई को इस पर मुहर लगाई जा चुकी है. यूजीसी फिटनेस नियम 1989 के तहत ओपन यूनिवर्सिटी के लिए यूजीसी के द्वारा गजट अधिसूचना जारी की गई थी. जिसकी मंजूरी शिक्षा मंत्रालय के द्वारा 20 मई को दी जा चुकी है. साथ ही इस बदलाव के संबंध में शिक्षा मंत्रालय के डिपार्टमेंट ऑफ हायर एजुकेशन के द्वारा यूजीसी को लेटर और गजट की रिपोर्ट कॉपी भेजी गई है.
यूजीसी के चेयरमैन का कहना है कि इस संशोधन के बाद ओपन यूनिवर्सिटी की स्थापना करने के लिए लगभग 40 से 60 एकड़ की जमीन की जरूरत को महज पांच एकड़ की जमीन तक सीमित कर दिया गया है. वहीं, अब ओपन यूनिवर्सिटी केवल पांच एकड़ की जमीन पर ही खोले जाएंगे. इस संशोधन के पीछे संस्थान के लिए जमीन की जरूरत को सीमित किए बिना डिस्टेंस लर्निंग और ऑनलाइन मोड से शिक्षा में ज्यादा से ज्यादा संस्थानों को बढ़ावा देना है. इससे पहले ओपन यूनिवर्सिटी के लिए 40 से 60 एकड़ जमीन हुआ करती थी, जो कि शहरों में और खास कर पहाड़ी इलाकों में खरीदना मुश्किल होता है. जिसे घटाकर महज पांच एकड़ कर दिया गया है.
भारत के प्रसिद्ध कॉलेजों की शिक्षा नीति, सभ्यता और रिसर्च के काम के लिए पटना वीमेंस कॉलेज ने 17 कॉलेजों के साथ एमओयू को साइन किया है. वहीं सभी कॉलेजों के मध्य शिक्षा, अनुसंधान और बाकी सभी गतिविधियों के क्षेत्रों में अकादमिक और सांस्कृतिक सभ्यताओं के आदान-प्रदान के साथ बेहतर संबंधों को बनाया जा सकेगा. संस्थान उच्च शिक्षा के लिए मिलकर काम करने की सहमति जाहिर की है.
साझेदारी समझौता कार्यक्रम जेवियर बोर्ड ऑफ हायर एजुकेशन के द्वारा आयोजित किया गया. इसमें एर्णाकुलम के संत अल्बर्ट कॉलेज के प्राचार्य, उप प्राचार्य, डीन, आइक्यूएसी कोऑर्डिनेटर मौजूद रहे. इसके साथ ही नेशनल कोलेबोरेशन एंड कंसल्टेंसी सर्विस के डीन आलोक जॉन भी शामिल रहे.नेशनल कोलेबोरेशन एंड कंसल्टेंसी सर्विस के डीन आलोक जॉन ने बताया कि एमओयू के तहत 1.क्राइस्ट कॉलेज,केरला 2.फातिमा कॉलेज, मदुरै,तमिलनाडु 3.सेंट तेरेसा कॉलेज,केरला4.होली क्रॉस कॉलेज,तमिलनाडु 5.लिटल फ्लावर डिग्री एंड पीजी कॉलेज,तेलंगाना 6.लोरेटो कॉलेज कोलकाता 7.लोयला एकेडमी,तेलंगाना 8.माउंट कार्मेल कॉलेज,कर्नाटक 9.प्रोविडेंस वीमेंस कॉलेज,केरला, 10.सेल्सियन कॉलेज,वेस्टबंगाल 11. सेंट एल्बर्ट कॉलेज,केरला 12.सेंट एंस कॉलेज फॉर वीमेन, तेलांगना 13. सेंट एंथनी कॉलेज,मेघालय 14.सेंट जोसेफ कॉलेज,तमिलनाडु 15.सेंट जोसेफ कॉलेज,केरला 16.सेंट जेवियर कॉलेज,मुंबई और 17. विमला कॉलेज,केरला है.
आलोक कुमार
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