सीतामढ़ी: ’75 वां आजादी का अमृत महोत्सव के तहत सीतामढ़ी वन प्रमंडल के द्वारा सीतामढ़ी इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी गोसाईपुर के प्रांगण में 73 वां जिला स्तरीय वन महोत्सव का आयोजन किया गया. जिसका शुभारंभ अपर समाहर्ता मनीष शर्मा, जिला वन प्रमंडल पदाधिकारी, डीपीआरओ विजय कुमार पांडे द्वारा सामूहिक रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया.
दीप प्रज्वलित के उपरांत वन प्रमंडल पदाधिकारी द्वारा सभी मुख्य अतिथियों को बुके व पौधा देकर स्वागत किया गया.तत्पश्चात सीतामढ़ी इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी की छात्राओं द्वारा, कैसा पावन सुहावन समय आज है आप आए अतिथियों के सरताज है के स्वागत गान से कार्यक्रम की शुरुआत की गई.
आर ओ एफ सीतामढ़ी शुभम कुमार, मुकेश कुमार सिन्हा द्वारा वन महोत्सव के बारे में तथा इसे मनाने के उद्देश्य के बारे में बताया गया साथ ही पौधा लगाने व इसकी रक्षा करने को आगे आने तथा लोगों में जागरूकता फैलाने की बात कही गई. जिला वन प्रमंडल पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि इस वर्ष सीतामढ़ी वन प्रमंडल द्वारा जल जीवन हरियाली योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2022-23 में पौधरोपण एवं वितरण का लक्ष्य 1122875 रखा गया है. जिसकी प्राप्ति के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है. डीपीआरओ विजय कुमार पांडे ने अपने संबोधन में उपस्थित सभी लोगों को वन महोत्सव की हार्दिक बधाई दी एवं उन्होंने कहा कि सीतामढ़ी जिला बाढ़ प्रभावित क्षेत्र है उन्होंने जिले के नदियों के बांधों एवं कटाव वाले क्षेत्रों में मिट्टी को बांधकर रखने वाले पौधरोपण करने का अनुरोध वन प्रमंडल पदाधिकारी से किया. जिससे कटाव एवं बाढ़ के प्रभाव को रोका जा सकता है.उन्होंने कहा कि किसी भी हरे भरे पौधों को नहीं काटे इससे हमारे वायुमंडल प्रतिकूल असर पड़ता है.साथ ही उन्होंने कहा कि सभी लोग अपने जन्मदिन या अपनी शादी के सालगिरह पर एक पौधा जरूर लगाएं इससे हमारे जल जीवन हरियाली अभियान को बढ़ावा दिया जा सकता है एवं प्रचार प्रसार कर जागरूकता फैलाया जा सकता है.
वहीं अपर समाहर्ता मनीष शर्मा ने वन महोत्सव को सभी को बधाई देते हुए बताया की नीति आयोग द्वारा सतत विकास लक्ष्य के अंतर्गत पर्यावरण संतुलन के लिए एक आयाम के रूप में पौधरोपण का भी लक्ष्य रखा गया है. उन्होंने विस्तृत रूप से मृदा संरक्षण, जल संरक्षण के बारे में विशेष रूप से जानकारियां दी उन्होंने कहा कि ज्यादा से ज्यादा पौधा लगाएं आने वाले समय में वातावरण बहुत ही बदल रहा है. पौधरोपण कितना जरूरी है इसकी विशेषता पर बल दिया सभी को एक पौधा जरुर लगाना चाहिए पौधरोपण नहीं करने से जमीन बंजर पड़ जाती है सीतामढ़ी जिला बाढ़ प्रभावित क्षेत्र है जहां पौधरोपण बहुत जरूरी है. साथ ही आम जनता एवं स्कूल के प्राचार्य विद्यार्थियों को भी सुझाव दिया गया कि अपने स्तर से भी व्यापक स्तर पर पौधरोपण के लिए प्रचार प्रसार एवं पौधरोपण करें। कार्यक्रम के अंत में सीतामढ़ी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के परिसर में सभी मुख्य अतिथियों द्वारा पौधरोपण किया गया.
आलोक कुमार
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