
उत्क्रमित मध्य विघालय ,
गोपालकेड़ा में 345 बच्चों का
नामांकन हुआ है।
प्रथम कक्षा में
144, द्वितीय में 36, तृतीय में
43, चतुर्थ में 34, पांचवीं में
35 छठा में 19, सातवीं में
18 और आठवीं में
16 नामांकित हैं। मजे
की बात है
कि केवल प्रथम
कक्षा ही एक
रूम में व्यवस्थित
ढंग से संचालित
होता है। बाकी
एक रूम में
2-3 और 4-5 कक्षा संचालित है।
वहीं एक रूम
में 6,7 और 8 कक्षा
के विघार्थी अध्ययन
हैं। आप सोच
सकते हैं कि
किस तरह से
पढ़ाई होती होगी।
यहां पर एक
प्रभारी प्रधानाध्यापक और 4 प्रखंड
शिक्षकों की बहाली
की गयी है।
यह के एक
शिक्षक जयशंकर प्रसाद को
आर्थिक जनगणना करने के
लिए प्रतिनियुक्त कर
दिया है।
प्रभारी
प्रधानाध्यापक अजय किशोर
बताते हैं कि
यह विघालय गोपालकेड़ा
गांव में स्थित
है। यहां 1972 से
स्कूल संचालित है।
स्कूल की चहारदीवारी
नहीं की जा
सकी है। दो
शौचालय है। एक
लड़की और लड़कों
के लिए बनाया
गया है। इसी
शौचालय का उपयोग
शिक्षकगण भी कर
लेते हैं। दुर्भाग्य
से एक चापाकल
है। जिसे पानी
पीलाकर ही पानी
मिल पाता है।
पानी डालकर करीब
30 मिनट तक चलाना
पड़ता है। तब
जाकर पानी गिरता
है। ऐसी स्थिति
में शौचालय की
परिस्थिति और उपयोग
करने वालों की
दिक्कत को समझा
जा सकता है।
यहां के बच्चों
ने कहा कि
विकास शिविर में
बीडीओ धर्मवीर कुमार
आए थे सभी
तरह की परेशानी
बताया गया। चापाकल
के बाबत बीडीओ
साहब बोले कि
चापाकल लगवा देंगे।
जो हवा - हवा
हो गया।

गैर
सरकारी संस्था प्रगति ग्रामीण
विकास समिति के
द्वारा सीट एण्ड
ड्रॉ प्रतियोगिता टेस्ट
कराया गया। समिति
के परियोजना समन्वयक
वृजेन्द्र कुमार ने कहा
कि कई स्कूलों
में आयोजन करके
सीट एण्ड ड्रॉ
प्रतियोगिता करायी जाएगी।
Alok
Kumar
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