Tuesday 8 July 2014

आंख मारे... ओ लड़की आंख मारे...सीटी बजाएं..... क्लास रूम से हाथ हिलाएं..........


आंख मारे... लड़की आंख मारे...सीटी बजाएं..... क्लास रूम से हाथ हिलाएं........
पटना। आंख मारे... लड़की आंख मारे...सीटी बजाएं..... क्लास रूम से हाथ हिलाएं........ घर से निकली लड़की। पड़ोस के लड़के भी घर से निकले। लड़की और लड़के के बीच में गप्प शुरू। गप्प करते-करते स्कूल पहुंच गयी। स्कूल में जाकर द्वितीय तल कक्षा से हाथ हिला-हिलाकर इशारा शुरू।
मेरे सामने वाली खिड़की में एक चांद-सा मुखरा रहता है। अफसोस है कि वह क्लास रूम में रहती हैं। स्कूल की खिड़की पर सहेलियों को दिखा-दिखाकर जता रही है। यह मेरा अरमान है। दिल की शान है। इस लिए परेशान हैं। इधर मुख्य सड़क पर खड़ाकर इशारों और इशारों में सहमति दे रहा है। कोई 30 मिनट तक इशाराबाजी चलता रहा। यह हाल इन्द्रकांति बालिका उच्च विघालय गंगस्थली,मखदुमपुर,दीघा की है। यह बालिकाओं का विघालय है।
इस तरह के स्कूल रूम से और मेनरोड पर रासलीला को देखनेे वाले ताज्जुब व्यक्त कर रहे थे। दोनों बेखौफ नजर रहे थे। लगता था कि खुल्लमखुला प्यार करेंगे, हम दोनों, इस दुनिया से नहीं डरेंगे, हम दोनों.... घर से निकला प्यार स्कूल तक परवान पर चढ़ गया। इसका दुखद परिणाम हो। यह जानमाल को नुकसान पहुंचाने वाला साबित हो।
आलोक कुमार



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