
भाड़ा
बढ़ाने की मांग
को लेकर 7 जून
को दानापुर - बेली
रोड और दानापुर - खगौल रोड
पर टेम्पों चालन
बंद कर दिए।
अवैध ढंग से
भाड़ा उगाही करने
वाले टेम्पों चालक
चुस्त नजर आए।
वहीं जिला प्रशासन
चुस्त नजर आए।
दिनभर यात्री बिलबिलाते
रहे। आखिर टेम्पों
चालक भाड़ा उगाही
करने में सफल
हो गए। दानापुर
से स्टेशन तक
12 रू . के बदले
15 रू . भाड़ा लेने
लगे। दानापुर से
आशियाना 8 रू . के
बदले 10 रू . लेने
लगे। गोला रोड
से हड़ताली मोड़तक
10 रू . के बदले
12 रू . लेने लगे।
कोई समान भाड़ा
नहीं ले रहे
हैं। एक टेम्पों
चालक ने कहा
कि 9 रू . के
बदले 10 रू ., 10 के बदले
12 रू . और 12 के बदले
15 रू . भाड़ा ले
रहे हैं। लोकल
भाड़ा खुदरा रहने
पर चार रू .
ले लेते हैं।
खुदरा नहीं रहने
पर 5 रू . डकार
जाएंगे। केन्द्रीय विघालय में
कला संकाय में
कार्यरत श्वेता सिंह कहती
हैं कि दानापुर
से खगौल तक
7 रू . लिया जाता
था। अब 3 रू .
भाड़ा में बढ़ोतरी
करके 10 रू . कर
दिया गया है।
इसकी दूरी 7 किलोमीटर
है।
आज
दानापुर - पटना मुख्यमार्ग
पर टेम्पों चालकों
ने भाड़ा बढ़ाने
की मांग को
लेकर टेम्पों नहीं
चलाए। कल और
आज भी टेम्पों
चलता रहा। मगर
भाड़ा अधिक करके
टेम्पों चालक ले
रहे थे। कहीं
भी पुलिस को
नहीं देखा गया
कि वह यात्रियों
के पक्ष में
उतरे। टेम्पों चालकों
और प्रशासन से
बात कराए। इसके
कारण यात्री परेशान
होते रहे। जहां
पर हल्का विरोध
हुआ कि टेम्पों
चालक सवारी को
नीचे उतार देते
थे। इसके कारण
पैदल ही घर
और कार्यालय जाना
पड़ा। इसके आलोक
में अब जरूरत
है कि जिला
प्रशासन भाड़ा निर्धारित
करें।
Alok
Kumar
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