शशि रंजन ने जन अधिकार पार्टी का थामा दामन
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अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के तमाम पदों से मुक्त होकर
शशि रंजन ने जन अधिकार पार्टी का थामा दामन
पटना। खुद को उपेक्षित समझ रहे हैं कांग्रेसी। इसका प्रत्यक्ष उदहारण हैं शशि रंजन। कई दशक से कांग्रेसी बनकर कार्य करते रहें। ग्रासरूट वर्कर से उठकर प्दकपंद छंजपवदंस ब्वदहतमेे के उपाध्यक्ष पद तक पहुँच पाएं थे। 41 वर्षों
तक
पश्चिमी
दीघा
विधान
सभाई
क्षेत्र
के
लोगों
को
संगठित
किए
और
लोगों
को
कांग्रेस
की
नीतियों
पर
अग्रसर
कराएं।
बिहार
राज्य
आवास
बोर्ड
के
द्वारा
दीघा
क्षेत्र
के
राजीव
नगर
की
जमीन
को
अधिग्रहण
किया
गया
है।
इसके
खिलाफ
आंदोलन
में
बढ़चढ़
कर
हिस्सा
लेते
रहे।
सूबे
में
25 वर्षों
से
हाशिए
पर
है
कांग्रेस।
हालांकि
कांग्रेस
ने
सत्तारूढ़
दलों
को
सहयोग
प्रदान
करके
सरकार
को
समर्थन
करती
रही।
इसके
कारण
कांग्रेस
के
ग्रासरूट
वर्कर
घूटन
महसूस
करने
लगे।
इसके
कारण
दीघा
विधान
सभा
क्षेत्र
के
उम्मीदवार
कांग्रेसी
नहीं
बन
सके।
खैर, सभी पदों से पूर्व उपाध्यक्ष शशि रंजन ने इस्तीफा दे दिया है। आज मौर्य होटल में जन अधिकार पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर लिए। जन अधिकार पार्टी (तीसरा मोर्चा) में शामिल है। इसे 243 सीट
में
64 सीट
प्राप्त
हुआ
है।
जन
अधिकार
पार्टी
के
अध्यक्ष
पप्पू
यादव
ने
पार्टी
की
सदस्यता
प्रदान
किया।
शशि
रंजन
को
दीघा
विधान
सभाई
क्षेत्र
से
उम्मीदवार
बनाया
जाएगा।
आलोक कुमार
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