Saturday 10 October 2015

मजबूरी में चूहों को आहार बनाने वाले मुसहर समुदाय पर हल्ला नहीं

चूहों को आहार बनाने वाले मुसहर समुदाय
बीफ को लेकर बवाल मचा है देश और प्रदेश में

पटना। इस समय देश और प्रदेश में बीफ को लेकर बवाल मचा है। वहीं चूहों को आहार बनाने वाले मुसहर समुदाय की गरीबी पर हो हल्ला नहीं मचाया जा रहा है। कीमत में इजाफा हो जाने के कारण गरीब लोग दाल और प्याज नहीं खरीद पा रहे हैं। दाल के बदले चूहों की सब्जी बनाने को बाध्य हैं। राजधानी से दूर चली गयी गंगा मइया के कारण गंगा नदी के गर्भ में बालू का जमाव हो गया है। यहां पर सब्जी आदि बोया जाता है। इसके कारण चूहों ने डेरा जमा रखा है। फसल कटने के बाद मजबूर मुसहर समुदायके लोग कुर्जी दियारा क्षेत्र में चूहा पकड़ने का कार्य करते हैं। चूहों को मकई के सहारे पकड़ा जाता है। घर में लाकर सब्जी बनाते हैं। अधिक चूहा होने से 100 रू.प्रति किलोग्राम बेच भी देते हैं। इस चुनाव में मुसहर समुदाय के सर्वागीण विकास करने की बात नहीं की जा रही है। केवल विकास करेंगे, विकास करेंगे। आजादी के 68 साल के बाद भी मुसहर समुदाय का विकास नहीं हुआ है। सत्ताधारी और विपक्षी आरोप-प्रत्यारोप लगाकर अपना मतलब पूर्ण करते चले जा रहे हैं। 

ग्रेटर नोएडा में है बिसहाड़ा गांव। सात दशक से अधिक दिनों से हिन्दू-मुसलमान रहते हैं। दोनों समुदाय अमन से रहते रहे हैं। 28 सितम्बर 2015 की रात जुनून की रात साबित हुई। दादरी के पुजारी महंत सुखलाल पर दबिस बनाकर मंदिर के लाउडस्पीकर से जबरन एनाउंसमेंट कराए कि मुहम्मद अखलाख के घर में बीफ बना है। एनाउंसमेंट होते ही लोग अखलाख के घर में चिट्टी की तरह टूट पड़े। डंडा और ईंट से मार-मार अखलाख को परलोक भेजने में सफल हो गए। वहीं अखलाख के पुत्र दानिश अस्पताल में भर्ती हैं। सिर में काफी चोट है। सिर के कई जगहों पर खून का थक्का जम गया है। 10 लोगों के खिलाफ एफ.आई.आर.दर्ज किया। इसमें 7 जिला बीजेपी के कार्यकर्ता संजय राणा के परिवार से हैं। संजय राणा के पुत्र विशाल भी शामिल हैं। इन लोगों की उम्र 18 से 24 साल के बीच है। इससे पहले कोई भी आपराधिक  मामला में शामिल नहीं हैं। होमगार्ड कॉन्स्टेबल विनय से पूछताछ की गई है। वह भी संजय राणा के रिश्तेदार हैं। संजय राणा के बेटे विशाल के अलावा आरोपी सौरभ, गौरव,संदीप,शिवम,सचिन और विवेक भी उनके ही परिवार में ताल्लुक रखते हैं। नामजद बाकी 3 रूपेन्द्र,हरिओम और श्री ओम संजय राणा के पड़ोसी हैं। नोएडा के सर्किल अधिकारी अनुराग सिंह के अनुसार दसों आरोपियों में 6 ऐसे हैं जिनका आपस में भाई का रिश्ता है। सौरव और गौरव, विवेक और सचिन के अलावा श्री ओम और हरिओम संगे भाई हैं। सभी 10 आरोपी ठाकुर समुदाय से संबंध रखते हैं।

गुलाबी क्रांति से निकलकर रक्तरंजित वाला मसला ग्रेटर नोएडा के दादरी के दर से चलकर बिहार पहुंच गया है। चुनाव के असवर पर एनडीए द्वारा गौमाता की रक्षा के प्रति वचनबद्ध साबित करने में जुट गया है। वहीं महागठबंधन द्वारा गौमाता को लेकर प्रदेश में धार्मिक उन्माद फैलाने का आरोप लगाया जा रहा है। दूध देने वाली गैया, बिहार में मतदाता को प्रेरित कर सके, इसे रोकने का प्रयास किया जा रहा है। 


आलोक कुमार

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