Wednesday 6 January 2016

बिन्द टोली के मासूम बच्चे भी विस्थापित होने से हलकान


गाना गाकर विलाप कर रहे हैं
एक हफ्ता के बाद ही बिन्द टोली में चलेगा बुलडोजर


पटना। पटना सदर प्रखंड में है बिन्द टोली। आम लोगों के साथ मासूम बच्चे और बुजुर्ग परेशान हैं। विलाप का गीत गाने लगे हैं बच्चे। वहीं बुजुर्गों का कहना है कि हमलोग शहीद हो रहे हैं। हमारे बलिदान से ही दीघा से दीदारगंज तक आवाजाही लोग कर सकेंगे।वहीं बिन्द टोली के बलिदान से एप्रोच रोड  बन पाएगा।

आज बुधवार को भारी संख्या में पुलिसकर्मी पहुंचे थे। मौके पर मौजूद लोगों में अधिकारियों से आग्रह किए कि एक हफ्ता का समय दें ताकि समान निकाला जा सके। इसकी पुष्टि यहां के लोगों का नेतृत्व करने वाले यदु महतो ने की है। उनका कहना है कि कोई चार सौ की संख्या में पुलिसकर्मी और अधिकारी आए थे। बिन्द टोली के लोगों को अतिक्रमणकारी करार करके अतिक्रमण मुक्त बिन्द टोली करने गए थे।

इस बीच पुलिसकर्मियों ने घर से समान बाहर करवाने का प्रयास करने लगे। मकान तोड़े नहीं गए। केवल लोगों को भयभीत कर घर से बाहर करवाने में सफल होते दिखे। हालांकि लोग स्वेच्छा से समान बाहर करते दिखे। आज भी लोगों के बीच में आक्रोश दिखे। साफ तौर पर कहा गया कि विवाहित दो पुत्र हैं। उनके मां-बाप को जमीन दी गयी। आखिर किधर विवाहित बच्चे जाएंगे?

आलोक कुमार
मखदुमपुर बगीचा,दीघा घाट,पटना।

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