जली देशभक्ति की आग
और उस पर चढ़ा कन्हैया देशद्रोही बन कर
आग तेजी से बढ़ी
पुलिसिया दमन और कन्हैया की गिरफ्तारी से
और फिर
पटियाला कोर्ट के हमले से भी
जहां देशभक्त विधायक ,वकीलों ने अपनी दोगली नीतियों को देशभक्ति से जोड़ उसका इस्तेमाल किया
उड़ी धज्जियां देश के कानून की
देशभक्ति के नाम पर
मानती हूँ
लगे नारे गलत थे
पर बिना प्रमाणिकता के लगी देशद्रोही की बात ने
आग को हदका दिया
लगी देशद्रोहियों की उबाल
और तेरी देशभक्ति दिखी
जेएनयू बन्द करने की मांग पर
छिः...थू है तेरी देशभक्ति पर
बात करते हो देशभक्ति की
तू दस प्रमाण दे अपनी देशभक्ति का
और हमारे देशद्रोही का एक प्रमाण तुझे दबा कर भूमिगत कर देगा
बन्द करो इस देशभक्ति की आग को
वरना
हम देशद्रोही ...
ऐसे उबलेंगे कि तेरी देशभक्ति का अस्तित्व ना रहेगा ।
नोट: -यहां देशभक्ति और देशद्रोही को उसके वास्तविक अर्थ में न लें क्योंकि वे अपना वास्तविक अर्थ खो चुके हैं ,ऐसा मुझे लगता है।
पूनम सिंह
इस वर्ष की पहली ख़ुशी है पूनम सिंह की। वह कहती हैं कि प्रथम बार मेरा स्पर्श हुआ। यह तो झांकी है और अनेक बाकी है। आज स्नातकोत्तर का परिणाम आया है। मुझे विश्वविद्यालय में दूसरा और पी. के.आर.एम कॉलेज ,धनबाद में पहला स्थान मिला। इसी तरह सफलता झूमकर आते रहे। यह मेरी कामना है। उभरती कवित्री हैं पूनम सिंह ।
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