Saturday 18 October 2014

बासी भोजन करने वालों की हालात में सुधार होने के बावजूद



अभी भी 5 लोग पी.एम.सी.एच. इलाजरत

चिकित्सकों एवं ए.एन.एम.का सुधबुझ का प्रभाव 

ANM  in on duty 
मसौढ़ी। धनरूआ पीएचसी के डॉक्टर आर.आर.प्रसाद,डॉक्टर रेवती रमण आदि के साथ मेरीकुट्टी जौर्ज नामक ए.एन.एम. के द्वारा सुधबुद्ध से कार्य करने से विषांक्त भोजन खाने वाले ठीक होने लगे। चिकित्सकों ने दवा दिए और ए.एन.एम.लोगों ने सूई और सलाइन देने लगे। इसका असर यह  निकला कि किसी भी ग्रामीण लोगों की मौत नहीं हो सकी। गांव के नौजवानों ने भी बढ़चढ़ योगदान दिए। फिलवक्त 5 लोगों का इलाज पी.एम.सी.एच. में हो रहा है।

बताते चले कि पटना जिले के धनरूआ प्रखंड की नदवा पंचायत के विजावर गांव में 15 अक्टूबर की रात में कपिलदेव केवट के घर में श्राद्ध भोज का आयोजन किया गया था। गांवभर के करीब 2 से 3 सौ लोग खाने खाए थे। कुछ अधिक भोजन बन जाने के कारण बचा भोजन को 16 अक्टूबर की सुबह खाने वाले लोग बीमार होने लगे। देखते ही देखते 50 से अधिक लोग बीमार हो गए। तबीयत खराब होने वालों में बच्चे,महिला और बुजुर्ग भी शालिल हैं। 

नौजवानों ने लोगों को खटिया पर सुलाकर पैदल 1 से 2 किलोमीटर चलकर रोड पर पहुंचते। वहां पर पहुंचने के बाद लोगों को मसौढ़ी अनुमंडल अस्पताल भेजा गया। यहां से गंभीर 5 लोगों को पी.एम.सी.एच. रेफर किया गया। 

इस हादसे की खबर मिलते ही पटना जिले के असैनिक शल्य चिकित्सक सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ.के.के.मिश्रा पहुंचे। धनरूआ पी.एच.सी. और अनुमंडल अस्पताल में पर्याप्त दवा उपलब्ध कराने का आदेश दिया।

आलोक कुमार

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