पटनाः आज पटना साहिब स्थित तख्त श्री हरिमंदिर जी में अरदास एवं दर्शन किया .बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के ‘अल्पसंख्यक विभाग‘ के प्रदेश प्रभारी ज़फर अहमद खान के नेतृत्व में अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश अध्यक्ष मिन्नत रहमानी, उपाध्यक्ष सिसिल साह,हीरा सिंह बग्गा, इमरान खान,ओबेदुर रहमान , गुरुचरण सिंह , जगजीत सिंह तथा शाइन सहीन ने आज पटना साहिब स्थित तख्त श्री हरिमंदिर जी में अरदास एवं दर्शन किया. प्रदेश में अमन- चैन एवं खुशहाली के लिए दुआएं मांगी.
यह जगजाहिर है कि देश-विदेश-प्रदेश के दुनियाभर के सिख संप्रदाय के लिए पटना साहिब आस्था का केंद्र रहा है. यहां पर हरिमंदिर साहिब गुरु गोविंद सिंह की याद में बनाया गया है, जहां उनके कई स्मृति चिह्न आज भी श्रद्धालुओं के आस्था से जुड़े हैं.सिख इतिहास में पटना साहिब का खास महत्व है.सिखों के दसवें और अंतिम गुरु, गुरु गोविंद सिंह का जन्म यहीं 22 दिसंबर, 1666 को हुआ था. सिख धर्म के पांच प्रमुख तख्तों में दूसरा तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब हैं.यहां पर प्रत्येक साल प्रकाशोत्सव होता है.इस अवसर पर देश-विदेश से श्रद्धालु आते हैं.
बताते चले कि सिखों के आखिरी गुरु का न केवल यहां जन्म हुआ था, बल्कि उनका बचपन भी यहीं गुजरा था. यही नहीं सिखों के तीन गुरुओं के चरण इस धरती पर पड़े हैं. इस कारण देश व दुनिया के सिख संप्रदाय के लिए पटना साहिब आस्था का केंद्र रहा है. हरिमंदिर साहिब गुरु गोविंद सिंह की याद में बनाया गया है, जहां उनके कई स्मृति चिह्न आज भी श्रद्धालुओं के आस्था से जुड़े हैं.
हरिमंदिर साहिब पटना सिटी में चौक के पास झाउ गंज मोहल्ले में स्थित है. कभी ये इलाका कूचा फारुख खान के नाम से जाना जाता था. अब इसे हरमंदिर गली के रूप में जाना जाता है. इसके आसपास तंग गलियों में व्यस्त बाजार है.
आज बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के ‘अल्पसंख्यक विभाग‘ के प्रदेश प्रभारी ज़फर अहमद खान के नेतृत्व में अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश अध्यक्ष मिन्नत रहमानी,उपाध्यक्ष सिसिल साह,हीरा सिंह बग्गा, इमरान खान,ओबेदुर रहमान , गुरुचरण सिंह , जगजीत सिंह तथा शाइन सहीन ने आज पटना साहिब स्थित तख्त श्री हरिमंदिर जी में अरदास एवं दर्शन किया प्रदेश में अमन- चैन एवं खुशहाली के लिए दुआएं मांगी.
मौके पर सभी नेताओं ने पारंपरिक सिख वेशभूषा में अपने माथे पर पगड़ी बांधकर तख्त श्री हरिमंदिर जी गुरुद्वारा में धार्मिक विधानों के अनुरूप मत्था टेका. गुरुद्वारा की ओर से सभी को सिरोपा देते हुए अभिनंदन किया गया.
आलोक कुमार
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