Wednesday, 17 May 2023

वरीय पदाधिकारी से भी उनके प्रखंड में पेयजल के वर्तमान स्थिति की जानकारी प्राप्त किया

 


गया. गया जिले के ग्रामीण क्षेत्र में वाटर क्राइसिस के संबंध में जिला पदाधिकारी गया डॉ त्यागराजन एसएम ने विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी प्रखंडों के प्रखंड विकास पदाधिकारी, प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी, पीएचईडी के अभियंता को बैठक में शामिल किया गया. इसके साथ ही समाहरणालय सभाकक्ष में विभिन्न प्रखंडों के बनाए गए वरीय पदाधिकारी से भी उनके प्रखंड में पेयजल के वर्तमान स्थिति की जानकारी प्राप्त किया.  बैठक में मुख्य रूप से गर्मी के मौसम में ग्रामीण एवं वाटर क्राइसिस टोला/ बसावट में जल संकट की स्थिति उत्पन्न ना हो, इसे लेकर बैठक करते हुए कई आवश्यक निर्देश दिए.

         जिला पदाधिकारी ने निर्देश दिया कि नल जल योजना जो पंचायत राज विभाग द्वारा संपन्न हुई है उस में बंद पड़े योजनाओं को सर्वेक्षण कराएं साथ ही टेक्निकल असिस्टेंट के माध्यम से पीएचईडी के बंद पड़े योजनाओं का भी सर्वेक्षण कराएं यदि कहीं भी जो कमी पाई जाएगी उसे तुरंत दुरुस्त करवाएं.

         छूटा हुआ टोला में तेजी से बोरिंग करा कर 5 से 10 नल का टैप लगाते हुए पानी सप्लाई सुनिश्चित करे.सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी अपने क्षेत्र में टैंकर का आकलन करते हुए उसे किस स्थान पर भेजना है इसके लिए एक व्यवस्थित रूप अपना कर कार्य करें. उन्होंने निर्देश दिया कि एक रूट चार्ट बनाते हुए पर्याप्त टैंकर के माध्यम से अधिक से अधिक क्षेत्र में पानी भेजने का कार्य करें. उन्होंने कहा कि रूट चार्ट बनने से कम टैंकर में ही अधिक स्थानों पर आपूर्ति हो सकेगा साथ ही प्रतिदिन अर्ली मॉर्निंग ही टैंकर का मूवमेंट करें.

         अपने क्षेत्र में जल संकट से निदान के लिए स्थानीय लोगों के साथ लगातार समीक्षा करें अपने प्रखंड के बनाए गए नियंत्रण कक्ष को पूरी तरह एक्टिव मोड में रखें. नियंत्रण कक्ष में पानी की समस्या की शिकायत आने पर तुरंत समाधान करें. अगले एक माह तक सभी पदाधिकारी पूरी अलर्ट के साथ कार्य करेंगे.

         उन्होंने प्रखंड के वरीय पदाधिकारियों को भी निर्देश दिया कि फील्ड विजिट के दौरान लोकल स्तर के व्यक्तियों से अनिवार्य रूप से वार्ता करके उनके क्षेत्र में जल उपलब्धता तथा जल समस्या की जानकारी देंगे.

         इसके पश्चात जिला पदाधिकारी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में जुड़े सभी प्रखंड के पदाधिकारियों के साथ बारी-बारी से उनके क्षेत्र में पानी की समस्या से अवगत हुए तथा संबंधित विभाग को बैठक में बताए गए समस्याओं को युद्ध स्तर पर शॉर्ट आउट कराने का निर्देश दिए.

          गर्मी के मौसम को देखते हुए गया जिला के विभिन्न क्षेत्रों में संभावित होने वाले पेयजल की समस्याओं को त्वरित गति से निष्पादन के लिए जिला स्तर पर जिला नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई है, जिसका दूरभाष संख्या 0631- 2222259, 0631- 2222253, 2225753, 2225750, 2225754, 2220038 एवं 2950140 है. यदि किसी टोले में पानी की दिक्कत होती है तो नियंत्रण कक्ष में सूचित करें.


आलोक कुमार

No comments: