राजधानी
की सड़को पर
छतीसगढ़िया शैला नृत्य
को देखने का
अवसर पटनाइट को
मिला। प्रिंट और
इलेक्ट्रोनिक्स मीडिया के लोगों
ने जमकर नृत्य
को कैमरे में
कैद करते रहे।
वहीं आम आदमी
भी मोबाइल से
छवि खिंचने में
पीछे नहीं रहे।
शैला नृत्य ने
लोगों का मन
मोह लिया।
छतीसगढ़
राज्य के भ्रष्टाचार
विरोधी मंच के
कार्यकर्ताओं एवं अन्ना
हजारे के आंदोलन
के कार्यकर्ताओं ने
29 जनवरी को अम्बिकापुर
स्थित महामाया मंदिर
से परिवर्तन यात्रा
आरंभ की थी।
जो आज महात्मा
गांधी, जयप्रकाश और डाक्टर
राजेन्द्र प्रसाद जी के
कर्मभूमि बिहार के पटना
में पहुंचे। इसके
बाद समाजसेवी अन्ना
हजारे जी के
भ्रष्टाचार के खिलाफ
जनतंत्र रैली में
शिरकत करने लगे।
इस
यात्रा का नेतृत्व
करने वाले सी0पी0सिंह
ने यात्रा के
उद्धेश्य को स्पष्ट
करते हुए कहा
कि अन्ना हजारे
के द्वाररा चलाये
जा रहे देश
व्यापी आंदोलन,जिसमें सरकार
से जन लोकपाल
कानून,राईट टू
रिजेक्ट,राईट टू
रिकॉल, गा्रम सभा का
अधिकार जैसे कानून
को बनवाने हेतु
आम जनता को
जागृत करना है,तथा देश
के लोगों को
अपने वोट की
ताकत को समझाना
है कि देश
के मालिक हैं
तथा जो नेता
चुने जाते हैं
वह आम जनता
के नौकर हैं
न कि मालिक।
उन्होंने
कहा कि आम
जनता को जागरूक
करते हुए वोट
के मालिक जागो
देश में परिवर्तन
का समय आ
गया है का
नारा लगाते हुए
निकले है। यह
यात्रा राजपुर, बलरामपुर, रामानुजगंज,
गढ़वा, औरंगाबाद, गया,जहानाबाद होते हुए
आज पटना के
गांधी मैदान में
पहुंचे।
यात्रा
का नेतृत्व सी0पी0सिंह
के द्वारा किया
गया। इनके साथ
डी0के0सोनी,प्रसून चतुर्वेदी,दिलवर
बाबा,इंजोर दास,मुरारी यादव,बलजीत
राम के अलावा
छ0ग0 राज्य
में प्रचलित शैला
नृत्य के नृतकगण
एवं कबीर पंथी
गायक इस दल
में शामिल थे
जो अपने गाने-बजाने के अंदाज
में आम जनता
तक अन्ना के
संदेश को पहुंचा
रहे हैं।
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