आपको यकीन हो या न हो मगर यह सत्य है कि राष्ट्रपिता
महात्मा गांधी जी के जन्मोत्सव हो या पुण्यतिथि के अवसर पर गांधी नाटक को पेश करने
के लिए सुरेश कुमार हज्जु को सर मुंडन करवाना ही पड़ता है। जैसे ही हज्जु ने एक बार
फिर सर मुंडन करवाया तो वह 95 बार किसी नाटक में सर मुंडन करवाने का रिकॉड बना लिया।
जो अबतक किसी ने कायम नहीं किया है।
महात्मा गांधी के 65 वें शहादत दिवस के अवसर पर गांधी मैदान स्थित गांधी मूर्ति के समीप 30 जनवरी 2013 को पटना की चर्चित नाट्य संस्था एच0एम0टी0,पटना द्वारा महात्मा गांधी के जीवन पर आधारित नाटक ‘गांधी की प्रस्तुति की गई।
गांधी नाटक वर्ष 1990 से लगातार वर्ष में दो बार (2 अक्तूबर एवं 30 जनवरी) को मंचन किया जाता है। नाटक के माध्यम से पोरबंदर में गांधी के जन्म,स्कूली शिक्षा,दक्षिण अफ्रीका में हुए दुव्यवहार, अछूतोद्धार, जालियावाला बाग कांड, सावरमती आश्रम,सत्याग्रह और महात्मा गांधी की मृत्यु उपरांत तक की घटनाओं को बाल एवं वयस्क अभिनेताओं ने आधे घंटे में दर्शकों के बीच जीवंत कर दिया।
सुरेश कुमार हज्जु द्वारा लिखित एवं निर्देशित गांधी नाटक में गांधी की महत्वपूर्ण भूमिका में थे। हज्जु गांधी के नाम पर लगभग 95 बार सर मुंडन करवा चुके हैं। इस नाटक को मंचन करने का सुरेश कुमार हज्जु का यह उद्धेश्य है कि भारत की जनता धर्म और जाति की हिंसा रूपी राजनीति की चक्रव्यूह से बाहर निकल कर देश में अमन और शांति कायम रखें और इस देश की एकता और अखंडता को अक्षुणता बनाए रखें।
सर्वश्री सुरेश कुमार हज्जु ,राहुल कुमार रवि, रोहित चन्द्रा,शब्दा हज्जु,स्वरा हज्जु, नेहा कुमारी, निधि कुमारी, अक्षरा हज्जु, रितेश शर्मा, सुदर्शन शर्मा,राहुल कुमार,निकेश कुमार,प्रेमराज,प्रभुराज,समीर कुमार, विभुकांत, ऋषभ कुमार, सच्चिातानंद,रंजन कुमार,सत्यजीत केशरी,राजराज, सत्यम स्वराज,सौरभ कुमार,शुभम स्वराज, सूरज कुमार,राधे नारायण,रोहित कुमार, महिपाल कुमार, बबली कुमारी आदि गांधी नाटक के कलाकार थे।
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