धमना मुसहरी टोला में श्रमदान शिविर
ऑक्सफैम इंडिया के सहयोग से
प्रगति ग्रामीण विकास समिति के कार्य क्षेत्र
गैर सरकारी
संस्थाओं की नजर धमना मुसहरी टोला पर पड़ा है। जमुई जिले के सिकन्दरा प्रखंड के ईटा
सागर पंचायत में धमना मुसहरी टोला है। यहां पर करीब 120 घर है। कोई 586 महादलित मुसहर
रहते हैं। सरकार के द्वारा सिर्फ 15 महादलितों की सुधि लेकर 15 इंदिरा आवास योजना के
तहत मकान निर्माण करा दिया है। कई दशकों से मालिक गैर मजरूआ भूमि पर रहने वालों को
सिर्फ 10 ही लोगों को वासगीत पर्चा मिल पाया है।
सामाजिक कार्यकर्ता
मंजू डुंगडुंग ने कहा कि महादलितों के पूर्वजों ने मालिक गैर मजरूआ भूमि पर कब्जा कर
रखा है। परन्तु सरकार के द्वारा पर्चा निर्गत नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि
दुर्भाग्य से एक भी महादलित मुसहर मैट्रिक पास नहीं हो सका है। यहां पर कुष्ठ रोगियों
की संख्या अधिक है। गर्भवर्ती महिलाओं को पौष्टिक आहार नहीं मिलने से बच्चे जन्मजात
कुपोषित हो जाते हैं। इस क्षेत्र के आंगनबाड़ी भी बच्चों को कुपोषण के दलदल से बाहर
निकालने में अक्षम है। वहीं पलायन भी तेज है। ईंट भट्टों के अलावे अन्य प्रदेषों में
लोग कार्य करने चले जाते हैं। मनरेगा भी पलायन को रोकने में सफल नहीं हो पा रहा है।
संपूर्ण सामाजिक
एवं आर्थिक विश्लेशन करने के उपरांत ही ऑक्सफैम के सहयोग से प्रगति ग्रामीण विकास समिति
के कार्यक्षेत्र में दिनांक 4 से 7 मार्च 2013 तक श्रमदान षिविर आयोजित किया गया है।
श्रमदान के अलावे श्रमदान,ग्रामीण समस्या,समाधान
एवं चुनौती पर चर्चा, श्रमदान,जमीन एवं महिलाओं की समस्या और श्रमदान, सरकारी योजना,कार्ययोजना
बनायी जाएगी।
श्रमदान शिविर में भाग लेने वाले युवा और युवतियों
के द्वारा तालाब निर्माण किया जाएगा। इस तालाब से सिंचाई करने और मवेशियों को पानी
पिलाने में सहुलियत होगी। इस आयोजन से गांव में रचनात्मक कार्य करने की बुनियाद शुरू
की जा सकती है। इसको लेकर युवा-युवतियों को जागरूक किया जाएगा। इस अवसर पर गांधी,विनोबा,जयप्रकाश,अम्बेडकर
आदि के मार्ग पर चलने वाली जन संगठन एकता परिषद बिहार के साथी भी साथ रहेंगे। उन साथियों
के द्वारा चार दिवसीय कार्यक्रम के ऊपर रणनीति तैयार की जाएगी।
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