Monday 4 February 2013

प्रगति ग्रामीण विकास समिति के द्वारा काम शुरू करने से होने लगी गांवघर में प्रगति


फतेहपुर। आप सहज ढंग से यकीन कर पायेंगे कि भला किसी गैर सरकारी संस्था के द्वारा महज कार्य शुरू कर देने से गांवघर के अंदर प्रगति होनी शुरू हो जाएंगी? लेकिन यह बिल्कुल हकीकत है। इस बोलती तस्वीर को देखकर ही पता चल सकता है कि जरूर ही गांवघर में बदलाव का बयार चलना शुरू हो गया है।
  वाटर एड इंडिया के सहयोग से गैर सरकारी संस्था प्रगति ग्रामीण विकास समिति के द्वारा फतेहपुर प्रखंड के पांच पंचायतों में काम किया जाता है। पंचायत का नाम फतेहपुरपहाड़पुरनिम्मीमतासो और कठौतिया केवाल है। उन पंचायतों के गांवों में चापाकल लगाया गया था। जो खुट्टा का रूप ले लिया था। वहीं चापाकल के चबुतरा के अभाव में आसपास में गंदगी का माहौल व्याप्त हो गया। प्रगति ग्रामीण विकास समिति के प्रोजेक्ट डारेक्टर विजेन्द्र कुमार ने बताया कि अव्वल सभी गांववासियों को बैठाकर गा्रम बैठक की गयी। इसके बाद गांवघर में ग्राम ईकाई बनायी गयी। गा्रमवासियों के ही कंधे पर नेतृत्व करने का भार सौंपा गया। वहीं पेयजल और चापाकल के चारों तरफ की गंदगी के बारे में चर्चा की गयी। उनको वाटर एड इंडिया और सहयोगी संस्था प्रगति ग्रामीण विकास समिति के बारे में भीबताया गया। ग्रामवासियों से कहा गया कि हम लोग चापाकल की मरम्मती और चबुतरा निर्माण करने के लिए 4 हजार रूपये देंगे। इसमें गा्रमीण जनता 1 हजार रूपये का चंदा मिलाकर चबुतरा के बगल से नाला भी निकाला जाएं। इस नाले के पानी से पटवन का भी कार्य किया जाएंगा। अभी बगल में किचन गार्डेन बनाया गया है। इसमें सब्जी-फल रोपा जाता है।  श्री कुमार ने कहा कि अभी तक 25 चापाकल मरम्मत करके चबुतरा और नाला बनाया गया है। कोई 15 गांवों में किया गया है। चापाकल मरम्मत करने के बाद अपने पैमाने से पानी जांच करने के बाद 2 चापाकल के पानी से फ्लोराइड निकला। इसकी सूचना पीएचइडी को दे दी गयी। अभी तक पीएचइडी से कदम नहीं उठाया गया है।                                        




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