आर्थिक नीतियों को लागू करने को लेकर 20 और 21 फरवरी को भारत बंद
ट्रेड यूनियनों की मांग है श्रम कानून लागू हो
बिहार और असम में ट्रेनें रोकी गयी
दो दिनों के भारत बंद करने का कॉल ट्रेड यूनियनों ने किया है। आर्थिक नीतियों को लागू करने को लेकर 20 और
21 फरवरी को भारत बंद किया गया है। ट्रेड यूनियनों की मांग है श्रम कानून लागू हो। मंहगाई रोकने और
रोजगार बढ़ाने की मांग गयी है। इस कॉल से आम जीवन अस्तव्यस्त हो
गया। रिस्क लेकर टेम्पों चलाने वालों
ने मनमौजी भाड़ा वसूले। कुर्जी,राजापुर,जगदेव पथ, सगुना मोड़ आदि जगहों में बंद समर्थकों ने मार्ग अवरूद्ध
कर आग जलाये। इसके चलते आवाजाही करने वालों को खासी परेशानी उठानी पड़ी। पटना जंक्शन पर आशा
और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने ट्रेनें को आगे बढ़ने नहीं दी। बिहार और असम में ट्रेनें रोकी गयी। कुछ घंटों तक
प्रदर्शन करने के बाद हजारों की संख्या में कार्यकर्ता पटना के दिल फ्रेजर रोड को पूर्णतः जाम कर दी। नोएडा में हिंसा का माहौल गर्म था।
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