Wednesday, 18 September 2013

एसडीओ साहब को 10 दिनों तक सोचने का समय देने के बाद ‘चूल्हा’ जलाओं आंदोलन 17 अक्टूबर से



आवासीय भूमिहीनों के द्वारा प्रेषित आवेदनों के आलोक में जमीन और पर्चा दो

व्यापक रणनीति बनाने के ख्याल से 3 अक्टूबर को हिलसा में बैठक


हिलसा। आसन्न लोक सभाई चुनाव के मद्दे नजर आरपार की लड़ाई में जन संगठन एकता परिषद भी षामिल हो गयी है। नालंदा जिले के एकंगर सराय और हिलसा प्रखंड के सीओ को ग्रामीणों ने आवेदन दे रखा है। इस पर त्वरित कार्रवाई नहीं की जा रही है। इसके आलोक में हिलसा में 3 अक्टूबर को व्यापक रणनीति तैयार की जाएगी। एक आवेदन अनुमंडल अधिकारी को पेश किया जाएगा। उनको 10 दिनों की मोहलत दी जाएगी ताकि सोच विचार करके आवासहीन भूमिहीनों को आवासीय भूमि उपलब्ध करा दें। अगर एसडीओ साहब प्रेषित आवेदन के आलोक में कदम नहीं उठाते हैं तो 17 अक्टूबर को एसडीओ साहब के परिसर मेंचूल्हाजलाओ आंदोलन षुरू कर दिया जाएगा।
 बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को घेरने का उपाय कर लिया गया है। बाजाप्ता राजनीतिक पार्टियों की ओर से उनको औकांत बताने की जोरदार तैयारी चल रही है। इधर नौकरशाहों को जन संगठनों के द्वारा घोषित योजनाओं को आधार बनाकर लोगों को लाभान्वित करने में कौताही बरतने के खिलाफ घेरने का कार्यक्रम निर्धारित किया जा रहा है। अब सरकार और नौकरशाहों को जन सरोकारों पर समझौता करने के मूड में नहीं हैं।
  सामाजिक कार्यकर्ता चन्द्रशेखर जी कहते हैं कि गांव-गांव घूमकर आवासहीनों से आवेदन भराया गया है। प्रखंड एकंगर सराय और हिलसा प्रखंड को मिलाकर हजारों की संख्या में आवेदन बनाकर दोनों प्रखंडों के सीओ को अलग-अलग आवेदन पेश किया गया है। प्रेषित आवेदनों पर कार्रवाई ना के बराबर है। जो संगठन और व्यक्ति के लिए घातक है।
आलोक कुमार