आवासीय भूमिहीनों के द्वारा प्रेषित आवेदनों के आलोक में जमीन और पर्चा दो
व्यापक रणनीति बनाने के ख्याल से 3 अक्टूबर को हिलसा में बैठक
बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को घेरने का उपाय कर लिया गया है। बाजाप्ता राजनीतिक पार्टियों की ओर से उनको औकांत बताने की जोरदार तैयारी चल रही है। इधर नौकरशाहों को जन संगठनों के द्वारा घोषित योजनाओं को आधार बनाकर लोगों को लाभान्वित करने में कौताही बरतने के खिलाफ घेरने का कार्यक्रम निर्धारित किया जा रहा है। अब सरकार और नौकरशाहों को जन सरोकारों पर समझौता करने के मूड में नहीं हैं।
सामाजिक कार्यकर्ता चन्द्रशेखर जी कहते हैं कि गांव-गांव घूमकर आवासहीनों से आवेदन भराया गया है। प्रखंड एकंगर सराय और हिलसा प्रखंड को मिलाकर हजारों की संख्या में आवेदन बनाकर दोनों प्रखंडों के सीओ को अलग-अलग आवेदन पेश किया गया है। प्रेषित आवेदनों पर कार्रवाई ना के बराबर है। जो संगठन और व्यक्ति के लिए घातक है।
आलोक कुमार