
यहां के लोगों का कहना है कि बिजली विभाग के द्वारा एक बार स्वीच बोर्ड लगाकर लाइन चालू कर देता है। इसके बाद जिम्मेवारी आम आदमी पार्टी नहीं सामान्य नागरिकों के कंधे पर आ जाता है। नागरिक ही स्वीच ऑन और स्वीच ऑफ करे। इस रूट पर लगाए गए तीन वेपर लाइट का स्वीच खराब हो गया है। इसी को दिखाकर बिजली विभाग की अकर्मण्यता की ओर इशारा कर रहा है।
दूसरी ओर विभाग के खामियाजा को आम उपभोक्ताओं को उठाना पड़ रहा है। लगातार हो रहे घाटे को बिजली दर में बढ़ोतरी करके घाटे को पूरा किया जा रहा है। बिजली की चोरी के नाम पर उपभोक्ताओं से नाजायज वसूली की जाती है। इससे आम उपभोक्ता परेशान और हलकान है। इस जिले के कई गांवों में बिजली रानी का दर्शन तक नहीं हो पाया है। नेताओं का आश्वासन का पोल गाढ़कर छोड़ दिया गया है। अब देखना है कि अपने कार्य व्यवहार में बिजली विभाग के द्वारा कब सुधार किया जा रहा है।
आलोक कुमार
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