
सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का कहना है कि पांच किलो अनाज प्रति व्यक्ति प्रति माह दिया जायेगा। इतना अनाज सस्ते दर पर मिलने से गरीबों को खाने पर होने वाली खर्च में बचत होगी और पोषक तत्व वाले दाल,सब्जी और दुग्ध आदि खा सकते हैं।
कुर्जी होली फैमिली अस्पताल के बगल में बिहार विघापीठ के परिसर में जयप्रकाश स्मारक सभागार में भोजन का अधिकार राज्य सम्मेलन के दौरान सामाजिक कार्यकर्ताओं डा.शकील अहमद का मानना है कि सरकार के द्वारा अनाज उपलब्ध कराया जाएगा। जो विशुद्ध काबोहाइट्रेड है। इंसान को केवल काबोहाइट्रेड ही नहीं चाहिए। इसके साथ प्रोटीन और वसा भी चाहिए। वहीं योजना विभाग के प्रधान सचिव विजय प्रकाश का कहना है कि प्रारंभ में खाघान्न थे। उसको ग्रहण करना छोड़ दिये हैं। रागी,मक्का,शंक्कर कंद, मिश्रीकंद आदि की ओर पलटकर नहीं देखते हैं। प्रकृति से मिलने वाले सितुआ,घोघा,चूहा आदि का सेवन नहीं करते हैं। यह प्रतिष्ठा के प्रतिकूल मानते हैं। सच कहा जाए तो सितुआ,घोघा,चूहा आदि में काफी मात्रा में प्रोटीन पाये जाते हैं। तेल लगाकर बच्चों को धूप में रखने से कैल्शियम प्राप्त होता है। कुल मिलाकर कहा जाए तो सरकार के द्वारा काबोहाइट्रेड दिया जाएगा। प्रकृति के द्वारा प्रोटीन प्राप्त करना होगा।

आलोक कुमार