
गया के मठाधीशों
के खिलाफ
आंदोलन करने
एवं चौहतर
आंदोलन के
नेता प्रदीप
प्रियदर्शी के नेतृत्व में इन
25 सालों में
प्रगति ग्रामीण
विकास समिति
ने ऊंचाईयां
प्राप्त कर
ली है।
यह पहचान
की मोहताज
नहीं है।
इसने विशुद्ध
गांधीवादी विचारधारा को ओढ़ लिया
है। अंधेरे
में तीन
प्रकाश गांधी ,
विनोबा , जयप्रकाश
का नारा
बुलंद कर
तीनों विभूतियों
के मार्ग
पर अग्रसर
होकर कार्य
करने लगे
हैं। आज
32 जिले के
1950 गांवों में जल , जंगल , जमीन
को लेकर
कार्य किया
जा रहा
है। समाज
के गरीबों ,
उपेक्षितों एवं वंचितों के अभावों
आकांक्षाओं और अधिकारों के प्रति
अपेक्षाकृत अधिक सचेत रहा है।
तथा उनके
खोये हुए
स्वाभिमान को संगठित कर समता
एवं न्याय
पर आधारित
शोषणविहीन समाज की रचना के
लिए शांतिमयता
के सिद्वांत
के साथ
संवैधानिक तरीके से प्रयासरत है।
मानव संसाधन ,
विकास , आय
उत्पादन वाले
कार्यक्रम , पर्यावरण मानवाधिकार , महिला अधिकार ,
स्वास्थ्य , शिक्षा , स्वच्छता , जल एवं
बाल अधिकार
के मुददे
पर विविध
कार्यक्रमों का क्रियान्वयन कर रहा
है। 25 सालों
में कुछ
गए और
कुछ आए
साथियों को
मिलाकर लगभग
500 सामाजिक कार्यकर्ता संस्था के सर्म्पक
में आए।
ऑक्सफैम
इंडिया , वाटर
एड इंडिया , सेव इंडिया
और पैक्स
के द्वारा
प्रगति ग्रामीण
विकास समिति
के सहयोग
दिया जा
रहा है।
पैक्स के
द्वारा भूमि
अधिकार और
स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्य
करने के
लिए सहयोग
दिया जा
रहा है।
ऑक्सफैम के
द्वारा लघु
किसानों को
और महिला
किसानों को
अधिकार दिलवाने
के लिए
सहयोग दिया
जा रहा
है।
Alok
Kumar
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