Friday 29 August 2014

इस बार आंदोलन को अंतिम मुकाम तक पहुंचाना चाहते


बिहार पॉलिटेक्निक छात्र संद्य
बोधगया स्थित गर्वमेंट पॉलिटेक्निक के छात्र भी शामिल
पटना। बिहार पॉलिटेक्निक छात्र संद्य ने पांच सूत्री मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। कारगिल चौक के समीप छात्रों का धरना का 13 वां और आमरण अनशन का 8 वां दिन है। 14 छात्र आमरण अनशन कर रहे हैं। अनशन करने वाले 6 छात्रों की हालत गंभीर है। प्रत्येक दिन चिकित्सक आते हैं। बीपी,वजन और यूरिन जांच करते हैं। गंभीर छात्रों को पीएमसीएस में चिकित्सा करवाने लिया जाता है। उनको जमीन पर लेटाकर चिकित्सा करते हैं। मजे की बात है कि छात्रों को ही चिकित्सा का खर्च उठाना पड़ता है।
बिहार में 17 पॉलिटेक्निक है। इसमें 14 सरकारी और 3 गैर सरकारी है। तीन वर्षीय डिप्लोमा कोर्स है। इन पॉलिटेक्निक से प्रत्येक साल 650 कनीय अभियंता बनकर निकलते हैं। इस तरह एक साल में 11 हजार 50 छात्र डिप्लोमाधारी हो जाते हैं। पीडब्ल्यूडी 1939 अधिनियम के तहत डिप्लोमाधारी को ही बहाल करना है। इस तरह सहजता से पॉलिटेक्निक डिप्लोमाधारी ग्रामीण विकास,जल संसाधन विभाग और कृषि विभाग में समायोजित हो जाते थे। इधर जदयू सरकार ने वर्ष 2014 में पॉलिटेक्निक डिप्लोमाधारी को दरकिनार कर बाचलर ऑफ टेक्नोलॉजिस्ट बी.टेक को बहाल करने लगी है। इसके कारण कोई 5 हजार डिप्लोमाधारी बेरोजगारों की कतार में खड़े हो गए हैं। विभिन्न पॉलिटेक्निक के 14 बेरोजगार डिप्लोमाधारी आमरण अनशन पर हैं। राजेश कुमार, पप्पु कुमार, राहुल कुमार, अजीत कुमार, कुश कुमार, विकास मेहता, अमित कुमार गुप्ता, अभय कुमार,राज किशोर कुमार, रौशन कुमार, रजनीश कुमार, सुनील कुमार और पिंटु कुमार हैं। बोधगया स्थित गर्वमेंट पॉलिटेक्निक के छात्र भी शामिल हैं। इनके समर्थन में काफी संख्या में छात्र-छात्राएं जमे रहते हैं। सभी 51 रू. चंदा देकर आंदोलन को जीर्वित रखने में कामयाब हो रहे हैं।
बिहार पॉलिटेक्निक छात्र संद्य के प्रदेश प्रवक्ता सह मीडिया प्रभारी अरविंद कुमार पिंटु ने कहा कि हमलोग चाह रहे थे कि बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी पहल करके समझौता करें। उनको चाहिए था कि ग्रामीण विकास विभाग,जल संसाधन विभाग और कृषि विभाग के मंत्री और प्रधान सचिव के साथ गोलमेज वार्ता करें। वार्ता के दौरान तय करें कि कनीय अभियंता के पदों पर किसी भी विभाग में एवं किसी भी ब्रांच से बहाली आने पर एकमात्र डिप्लोमाधारी ही आवेदक हो। ग्रामीण विकास विभाग में रहे मनरेगा के तहत 1290 कनीय अभियंता के पदों पर बी.टेक छात्रों की अभ्यर्थी रद्द की जाय एवं उम्र 21 साल से घटाकर 18 साल की जाय। बिहार राज्य के बाहर के छात्रों को कनीय अभियंता के किसी विभाग की रिक्तियों में अभ्यर्थी रद्द की जाय। बिहार सरकार के कनीय अभियंता से संबंधित सभी विभागों में विभिन्न ब्रांचों के खाली पड़े पदों पर अविलम्ब नियुक्ति प्रक्रिया प्रारंभ की जाय। कृषि विभाग में 572 कम्प्यूटर प्रोगा्रमर ऑपरेटर की हो रही नियुक्तियों में डीसीए एवं इंटर की छात्रों की अभ्यर्थी रद्द करते हुए बिहार सरकारकी पॉलिटेक्निक कॉलेज से उर्त्तीण कम्प्यूटर साइंस इंजीनियर के डिप्लोमाधारी छात्रों को अभ्यर्थी बनायी जाय। उन्होंने कहा कि ग्रामीण विकास विभाग के प्रधान सचिव एसएम राजू ने मनरेगा के 1290 कनीय अभियंता की बहाली में डिप्लोमाधारी को बहाल करने का आश्वासन दिया है। उम्र 18 साल पर भी सहमति जता दिया है।


आलोक कुमार

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