Saturday 9 August 2014

आगे हरी सब्जी और पीछे गंदगी


महापर्व छठ के अवसर पर भी नहीं हटती गंदगी
पटना। पापी पेट का सवाल है। तो जरूर ही दो जून की रोटी जुगाड करना है। लगातार आठ-नौ घंटे तक ठेला के पास खड़ा होकर बदबूदार माहौल में सब्जी बिक्री करनी पड़ती है। कुत्ते और सुअर के थुथुन से कूड़ा को उखेरकर और अधिक मुसीबत खड़ा कर देते हैं। यहीं पर पोश एरिया के लोग हरी-हरी सब्जी खरीदने आते हैं। आगे सब्जी बेचते हैं। उनके पीछे गंदगी का अम्बार है। गंदगी को महापर्व छठ के अवसर पर भी नहीं हटाते हैं। यह हाल पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र के सामने का है। गोसाई टोला से पाटलिपुत्र थाना तक जाने वाले मार्ग पर गंदगी का अम्बार है। कोई तीन जगहों पर कूड़ो का ढेर है। इसे हटाने का प्रयास नहीं किया जाता है। बायीं ओर पूर्वी मैनपुरा गा्रम पंचायत और दाहिनी ओर पश्चिमी मैनपुरा ग्राम पंचायत का क्षेत्र पड़ता है। इन दोनों पंचायतों के मुखिया का दायित्व बनता है। इस गंदगी को हटाने की। इस मार्ग पर चलना मुश्किल है। नाक पर रूमाल रखकर चलना पड़ता है। 
कानून को पालन करवाने वाले ही पीछेः पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र के सामने ठेला पर लोग सब्जी बेचते हैै। बदबूदार मार्ग से आवाजाही करते हैं। कानून पालने करवाने को दिखायी ही नहीं देता है। कैसी स्थिति में लोग सब्जी बेचते और सब्जी खरीदते हैं। उसी तरह स्वास्थ्य विभाग का भी ध्यान नहीं जाता है। सबसे अहम चीज यह है कि गंदगी के विरूद्ध में सामाजिक कार्यकर्ता भी मुंह नहीं खोलते हैं। कोई किसी तरह का आवेदन मुखिया के दरबार में नहीं पहुंचाते हैं। कुल मिलाकर आमलोग परेशान हैं।
आलोक कुमार

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