Saturday 11 October 2014

आज से बाल कुपोषण मुक्त बिहार का सपना साकार करने उतरे बच्चे


पटना। आज स्टालिन नगर,कुर्जी,मैनपुरा,मगध कॉलोनी, कोठिया आदि आंगनबाड़ी केन्द्रों की सेविका और सहायिका के नेतृत्व में प्रभातफेरी निकाली गयी। इसमें बच्चों ने अपने छोटे-छोटे हाथों में नारा लिखित तख्तिया लेकर चल रहे थे। तख्ती में बाल कुपोषण मुक्त बिहार, कुपोषण छोड़ो बिहार, कुपोषण को मिटाना है, स्वस्थ बिहार बनाना है। 

लोकनायक जयप्रकाश की जयंती पर सीएम जीतन राम मांझी ने बाल कुपोषण मुक्त बिहार अभियान का उद्घाटन किया। छह साल तक के करीब 75 लाख बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए समाज कल्याण विभाग ने शुरू किया है। मिशन मानव विकास के तहत इसे चलाया जाएगा। 2014 से 2018 तक चलने वाले इस अभियान में एक करोड़ 43 लाख बच्चों को जोड़ने की योजना है। 2018 तक कुपोषण की दर को 50 प्रतिशत से घटा कर 30 प्रतिशत से कम करने का लक्ष्य रखा गया है। अभी बिहार के 91 हजार आंगनबाड़ी केन्द्रों पर इसे चलाया जाएगा। यहां पर महिलाओं को बताया जाएगा कि बच्चों को क्या खिलायें। गांव-गांव में नुक्कड़ नाटक आयोजित किये जाएंगे। आंगनबाड़ी केन्द्रों पर 6-36 माह के बच्चों को फिल्टर या उबाला हुआ पानी पिलाने की व्यवस्था, कटोरी, चम्मच और वजन करने की मशीन उपलब्ध करायी जाएगी।


आलोक कुमार

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