जमुई.बिहार में खून की आकस्मिक जरुरत होने पर ब्लड बैंकों पर लोगों की निर्भरता बढ़ जाती है, ऐसे में ब्लड बैंकों में खून की पर्याप्त उपलब्धता कई मरीजों के लिए जीवनदायनी साबित होती है.वहीं आम लोगों को परेशानी से राहत देते हुए शासन की तरफ से बिहार के सभी ब्लड बैंकों में ई-रक्तकोष की स्थापना की गई है पर इन दिनों जमुई ब्लड बैंक में उपलब्ध ब्लड का कई दिनों से ऑनलाइन रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं है. रक्तदान व विभिन्न सामाजिक कार्यों में योगदान दे रहे सामाजिक कार्यकर्ता सुमन सौरभ ने बताया की ई-रक्तकोष का स्थापना शासन का सराहनीय पहल है जिसमें ऑनलाइन ब्लड उपलब्धता का सारा रिकॉर्ड कोई भी देख सकता है पर यह जमुई का दुर्भाग्य है की अन्य जिलों की तरह जमुई में ऑनलाइन रिकॉर्ड 26 अप्रैल से उपलब्ध नहीं है.
वैसे जमुई के हमारे साथियों ने जब इसकी जानकारी दी तो मैने 30 अप्रैल को शिकायत दर्ज कराया पर विभाग ने इसे अनसुना कर दिया.वैसे जानकारी के लिए बता दूँ अप्रैल 2022 के दूसरे सप्ताह तक ब्लड बैंक बेहतर तरीके से संचालित हो रहा था ऑनलाइन ब्लड उपलब्धता का रिकॉर्ड भी मिल रहा था पर उसके कुछ दिन बाद ही अपडेट मिलना बंद हो गया। विशेष जानकारी के लिए बता दूँ कुछ दिन पहले ही ब्लड बैंक को दो कैम्प दिया गया जिसमें लगभग 100 यूनिट ब्लड कलेक्ट किया गया था उसके बाद ऑनलाइन ब्लड उपलब्धता का रिकॉर्ड अपडेट नहीं होना ब्लड बैंक की कार्यप्रणाली को संदेह के घेरे में खड़ा करता है.
अंतिम ऑनलाइन रिपोर्ट की मानें तो उक्त ब्लड बैंक में ए पॉजिटिव के 10 ,बी पॉजिटिव के सात, ए नेगेटिव के 1, ओ पॉजिटिव के 10 कुल 28 यूनिट ही ब्लड उपलब्ध हैं. बांकी एबी नेगेटिव, ए नेगेटिव, बी नेगेटिव व ओ पॉजिटिव सहित अन्य का एक भी यूनिट ब्लड उपलब्ध नहीं है. ऐसे में अगर उक्त ग्रुप के रोगी सदर अस्पताल में अपना इलाज कराने आते हैं तो उनका क्या हाल होगा। लोगों को अपडेट नहीं मिलने से लोगों को परेशानी हो रही है.
सामाजिक कार्यकर्ता सुमन सौरभ ने कुछ ब्लड बैंक का नाम उपलब्ध कराये हैं.जैसे राष्ट्रकवि दिनकर ब्लड बैंक,डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल बेगूसराय.देशरत्न डॉ राजेंद्र प्रसाद मेमोरियल रोटरी ब्लड बैंक,बेगुसराय, ब्लड बैंक नालंदा गढ़ बैंक बिहार शरीफ.ब्लड सेंटर सदर हॉस्पिटल बांका..ब्लड बैंक सदर हॉस्पिटल,बिहार शरीफ यह सभी ऑनलाइन है.
आलोक कुमार
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