Monday 13 October 2014

दशहरा के दिन मौत के गाल में समा गयी रेणु को मुआवजा नहीं मिला



    
सरकार तय करें कि काम करने वाले लोगों को अथवा मृतका के भाई को मुआवजा मिले

पटना। वह दानापुर में जाकर दशहरा घुमकर आयी थीं। अगले दिन गांधी मैदान में जाकर रावध वध देखना चाहती थीं। वह खुशी- खुशी गयी और मौत के गाल में समा गयी।



   

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