Thursday 16 October 2014

बिहार राज्य पंचायत रोजगार सेवक संघ के द्वारा जत्थेवार आमरण अनशन जारी



आज से 50 रोजगार सेवक बेमियादी आमरण अनशन पर 

पटना/गया। ऐतिहासिक गांधी मैदान के समीप कारगिल चौक है। इस चौक के सामने  बिहार राज्य पंचायत रोजगार सेवक संघ के तत्वावधान में जत्थेवार आमरण अनशन आंदोलन चल रहा है। आज 11 वां दिन है। आमरण करने वालों में संघ के प्रदेश अध्यक्ष देवता प्रसाद दीक्षित,राजेश कुमार, भजन कुमार, भोगेन्द्र कुमार आदि हैं।

एकमात्रः मांग है पंचायत सचिव के पद पर समायोजनः सूबे के सभी जिले में पदस्थापित पंचायत रोजगार सेवकों को पंचायत सचिव के पद पर समायोजन कर दिया जाए। इस मांग को लेकर गत 6 अक्टूबर,2014 से जत्थेवार आमरण अनशन जारी है। गांधी,विनोबा,जयप्रकाश की धरती पर सत्याग्रह करने वालों के साथ सरकार बेरूखीपन अख्त्यिार कर ली है। फिलवक्त सरकार की नींद नहीं टूट रही है। इसके आलोक में और सरकार पर दबाव डालने के लिए आज से 50 रोजगार सेवक बेमियादी आमरण अनशन पर चले गए हैं।

बिहार संयुक्त प्रवेश परीक्षा समिति की परीक्षा में उर्त्तीणः प्रदेश के 38 जिलों के साढे तीन लाख परीक्षार्थी बिहार संयुक्त प्रवेश परीक्षा समिति की परीक्षा में शामिल हुए। सफल उम्मीदवारों को अन्य विभागों में भी समायोजित किया गया। वहीं ग्रामीण विकास विभाग, पटना ने सूबे के 8464 पंचायतों मेें मैट्रिक उर्त्तीण को पंचायत रोजगार सेवक ( पंरोसे)  पद पर बहाल कर दिया। इसके बाद विभिन्न जिले के जिला पदाधिकारी और उपविकास आयुक्त ने सफल पंरोसे का साक्षात्कार किए। चिकित्सा जांच की गयी। पुलिसिया जांच भी कराई गयी। ठोक-ठाककर 2007 में पंरोसे पद पर बहाल कर लिया गया।

तब से ही पंरोसे के साथ ‘दुर्भाग्य’ की रिश्ता जुट गयीः पंरोसे के प्रदेश अध्यक्ष देवता प्रसाद दीक्षित ने कहा कि हमलोगों का दुर्भाग्य यह है कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गांरटी अधिनियम में मनरेगा रोजगार सेवक बना दिया। शुरूआती दौर में ग्रामीण विकास विभाग के द्वारा साल 2007 में 2000 रू. का मानदेय दिया गया। इसके बाद दो हजार रू.की बढ़ोत्तरी कर 4000 रू. मानदेय कर दिया गया। अभी 6681 रू. मानदेय मिलता है। इस बीच ग्रामीण विकास विभाग ने 681 रू. कर्मचारी भविष्य निधि में जमा करना शुरू कर दिया। मगर विभाग ने पंचायत रोजगार सेवकों के नाम से कर्मचारी भविष्य निधि का खाता ही नहीं खोला गया है। इस बाबत विभाग के द्वारा किसी तरह की जानकारी को हमलोगों के बीच में साझा नहीं किया जाता है।

पंरोसे को प्रोन्नत कर पंचायत सचिव बनाने का दिया आश्वासनः पंरोसे के महामंत्री रंजीत कुमार और कोषाध्यक्ष शरद कुमार ने संयुक्त रूप से कहा कि ग्रामीण विकास विभाग के प्रधान सचिव एस.एम.राजू ने पंचायत रोजगार सेवकों को प्रोन्नत कर पंचायत सचिव बनाने का आश्वासन दिए थे। इस आश्वासन को पूर्ण करने के लिए सरकार मन नहीं बना रही है। बस सरकार पर दबाव बनाकर प्रधान सचिव का आश्वासन पूरा करवा रहे हैं। इसके पहले सरकार को थाली पिटकर जगाने का प्रयास किया गया। फिर भी सरकार कुंभकरण बनकर सो रही है। अब बिहार में मानदेय की नौकरी नहीं चलेगी। इसमें आम लोगों से सहयोग करने की मांग की  गयी है।

आलोक कुमार

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