Friday, 17 April 2015

न्यूनतम मजदूरी को ही आधार मानकर करते हैं वेतन निर्धारित

     

डी.ए. और हाउस रेंट भी निर्धारित करके तनख्वाह देते हैं
अब अकुशल मजदूर को प्रतिदिन 170 रूपए की जगह 178 रूपए मिलेंगे
पटना। बिहार सरकार के श्रम संसाधन विभाग ने मजदूरी वृद्धि के संबंध में आदेश जारी कर दिया है। एक अप्रैल से यह दर लागू की गई है। लागू दर के ही आलोक में गैर सरकारी संस्था के अधिकारी मजदूरी और प्रतिमाह की तनख्वाह को निर्धारित कर देते हैं। इसमें डी.ए. और हाउस रेंट की राशि जोड़ देते हैं। ईसाई मिशनरियों को महारत हासिल है।
एक साल के अंदर मात्र 10 रूपए का इजाफाः अब अकुशल मजदूर को प्रतिदिन 170 रूपए की जगह 178 रूपए मिलेंगे। अर्धकुशल मजदूर को 177 रूपए में 10 रूपए वृद्धि के साथ 185 रूपए मिलेंगे। इसी तरह कुशल मजदूर को 218 रूपए में 10 रूपए वृद्धि के साथ 228 रूपए मिलेंगे।अतिकुशल मजदूर को भी 266 रूपए में 10 रूपए वृद्धि के साथ 278 रूपए मिलेंगे। महंगाई दर में बढ़ोतरी के अनुरूप न्यूनतम मजदूरी दर में बढ़ोतरी की गई है। पर्यवेक्षीय या लिपिकीय को 4924 के बदले अब 5135 रूपए प्रतिमाह मिलेगा।
नाई से बाल रंगवाना है तो 81 रूपए लगेंगेः अब आपको नाई से बाल कटाने के लिए कम कम 27 रूपए देने होंगे। लागू होने के पहले ही बाल काटने वाले 35 रूपए बटोर रहे हैं। सिर मुंडन कराना है तो 20.25 रूपए देने होंगे। दाड़ी बनाने के लिए 9.50 रूपए लगेंगे। अभी फुटपाथ पर बैठने वाले भी 10 रूपए में 5 रू.वृद्धि के साथ 15 रूपए ले रहे हैं। गिरगिट की तरह ही नाई रंग बदलते हैं। क्रिम में बदलाव करके 60 रूपए तक मांग करते हैं। बच्चे की बाल कटाई रेट 16 रूपए तय किया गया है। नाई से बाल रंगवाना है तो 81 रूपए लगेंगे।
प्रतिदिन 8 घंटे की दर से प्रतिमाह 4635 रूपए मजदूरीः बर्तन व कपड़ा धोने के लिए अधिक मजदूरी देनी होगी। प्रतिदिन एक घंटे बर्तन व कपड़ा धोने के लिए दाई को प्रतिमाह अब 26 रूपए अधिक यानी 581 रूपए देने होंगे। कपड़ा धोना, बर्तन धोने,पोछा लगाने के साथ बच्चों की देखभाल के लिए प्रतिदिन 8 घंटे की दर से प्रतिमाह 4635 रूपए मजदूरी देनी होगी।
बीड़ी, पत्थर और ईट मजदूरों की मजदूरी में अन्तरः साधारण मजदूरों की मजदूरी में 16 रूपए का अंतर है। अकुशल बीड़ी, पत्थर और ईट मजूदरों को 186 रूपए की जगह 194 रूपए मिलेंगे। अर्धकुशल मजदूरों को 194 रूपए की जगह 203 रूपए मिलेंगे।कुशल मजदूरों को 236रूपए की जगह 247 रूपए मिलेंगे। और अतिकुशल मजदूरों को 288 रूपए की जगह 301 रूपए मिलेंगे। इस क्षेत्र के लिपिकीय को 5333 रूपए की जगह 5581रूपए मिलेंगे। अब जरूरत है कि इन मजदूरों को घोषित मजदूरी मिले। सरकार ने लागू कर दी है और गैर सरकारी संस्थाओं को पालन करना है।


आलोक कुमार

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