Wednesday, 29 April 2015

आने वाले को आने नहीं देते और जो आ जाते हैं उसे जीने नहीं देते

अपराध
हैल्लो ....हैल्लो.....आपकी बेटी पर किरासन तेल उघेल दिए हैं। अब माचिस जलाकर आपकी बेटी को जलाने जा रहे हैं। यहां पर आकर जल्द से जल्द  बेटी को ले जाइए.....। यह कथन पप्पू महतो का है। उसने मोबाइल से मैसेज शोभा देवी के घर वालों को दिए।
पेश है आलोक कुमार की रिपोर्ट।
उ त्त री मैनपुरा  पंचायत के मुंगेरी लाल मोहल्ला (कुर्जी गंगस्थली) में रहते हैं लाल केवट महतो। लाल केवट महतो की धर्मपत्नी सोना देवी हैं। इन दोनों के चार संतान हैं।मुकेश कुमार,रजत कुमार,सुघा कुमारी और शोभा देवी। यह परिवार गरीब है। सभी गरीबी रेखा के नीचे जीवन बसर कर रहे हैं। गरीबी के दलदल से निकलने के क्रम में लाल केवट महतो ठेला चलाकर परिवार की गाड़ी खींचते हैं।इसमें रजत कुमार भी हाथ बंटाकर अमूल्य योगदान कर रहे हैं। वह अहले सुबह में उठकर रोजनामचा (अखबार)लाने चले जाते हैं। साइकिल पर चढ़कर पाठकों के घर-घर में जाकर अखबार वितरण करते हैं।अखबार वितरण करने के बाद दिन में कॉलेज में पढ़ने चले जाते हैं। वह अभी श्रीचन्द्र उच्च विघालय में 10 जमा 2 के प्रथम वर्ष के छात्र हैं। वहीं अनुज से पीछे शोभा देवी भी नहीं हैं। वह आसपास में जाकर दाईका कार्य करती हैं। वह चौका-बर्त्तन का कार्य करके महीना में तीन हजार रूपए कमा लेती हैं।सभी लोग मिलकर अधूरा मकान भी बना लिए हैं।
बेहाल परिवार की शोभा देवी की मां सोना देवी कहती हैं कि किसी तरह से कुछ पैसा जमा कर लिए थे। कुछ रकम महाजनों से भारी व्याज पर कर्ज ले लिए। तिनका-तिनका जोड़ कर बेटी शोभा की शादी कर सकीं। इधर-उधर भटकर रामजीचक ब्रह्नमस्थानी गली, बाटागंज लाल केवट महतो जा पहुंचे। यहां पर बुल्लकन महतो रहते हैं। जो अब विख्यात जूता कम्पनी में कार्य करने के उपरांत अवकाश ग्रहण कर लिए हैं। इनके 7 संतान हैं। इन संतानों में पप्पू महतो हैं जो मारूति चालक हैं। काफी बातचीत करने के बाद पप्पू महतो से रिश्ता तय किया जा सका। मारूति चालक पप्पू महतो को नकदी 50 हजार रूपए बतौर दहेज के रूप में दिया गया। वहीं 1 सेट चौका-बर्त्तन 5 थान जेवरात और 1 रंगीन टीवी भी दिया गया।

सभी तरह के मांग मनौव्वल करने के बाद विवाही रीति रिवाज करके 22 जून 2006 को वैवाहिक रस्म अदायगी कर लिया गया।पप्पू महतो और शोभा देवी ने अग्नि को साक्षी मानकर सात फेरा लिए।पारिवारिक सामंजस्य स्थापित नहीं होने के कारण विवाह के बाद से ही ससुराल में पारिवारिक कलह शुरू हो गया। नववधु शोभा देवी घर से बक्शा लेकर आयी थीं उसे हाथ से छीनकर फेंक दिया गया। ओह! ओह! घर में जगह नहीं है। और इतना समान लेकर आ गयी हो। ताना मारना शुरू कर दिया गया। इस समय सभी परिवार के लोग किराया पर अमर सिंह के मकान में रहते हैं। इस बीच एक हादसा हो गया। 2010 में पप्पू महतो की भतीजी और किशोर महतो की पुत्री स्वीटी कुमारी जल गयी। इसको जलाने का आरोप शोभा देवी के माथे पर गढ़ दिया जाता है। भले ही भैसुर किशोर महतो के द्वारा भवे को मांग टीका नहीं दिया है। मगर मनगढ़ंत अपराधी होने का टीका लगाकर दीघा थाना में मुकदमा दर्ज करा दिया। जबकि यह हकीकत है कि वह किशोर महतो की पत्नी के द्वारा तरकारी बनाकर खुले में ही छोड़ दिया गया था। टक्कर लगने से स्विटी गर्म तरकारी पर ही गिर गयी।

शोभा देवी कहती हैं कि मेरे भगवान पप्पू महतो का स्वभाव बदल गया। बात-बात पर पीटने लगे। घर से बाहर निकालने लगे।इसका कारण शोभा देवी बताती हैं कि पप्पू महतो और उसके परिवार के लोग लालची हो गए थे।घर से दहेज लाने की मांग करने लगे। इसको लेकर कष्ट पहुंचाना शुरू कर दिया गया।इस मसले को आधार बनाकर ससुराल वालों के खिलाफ दहेज की मांग करने संबंधी मामला दीघा थाना में दर्ज किया गया। इस बीच कुछ साल के बाद शोभा देवी गर्भवती हो गयी।वह शिशु को जन्म लिया। मगर 5 दिनों के बाद ही परलोक सिधार गया। जब मैयके से ससुराल आयी तो पतिदेव के व्यवहार में मुलायम नहीं और कठोरपन आ गया।फिर भी बनावटी प्यार दिखाकर घर में रखने में कामयाब हो गए। फिर भी ससुराल वालों के अत्याचार के कारण शोभा को मैयके जाना और मैयके से ससुराल आने का सिलसिला जारी रहा।  इस तरह से करने के बावजूद भी वह द्वितीय बार गर्भवती हो गयी।इस पर सोना देवी कहती हैं कि शोभा का प्रसव पाटलिपुत्र कॉलोनी में स्थित सहयोग हॉस्पिटल में भर्त्ती हुआ। वह इस बार भी पुत्ररत्न प्राप्त किया। इस बार भी दुर्भाग्य ने पीछा नहीं छोड़ा। केवल 7 माह के अंदर प्रसव होने से शिशु की हालत खराब हो गया। सहयोग हॉस्पिटल में मां शोभा देवी और कुर्जी होली फैमिली हॉस्पिटल के नर्सरी में पुत्र को रखा गया। यहां पर उसे 30 दिनों तक शीशा में रखा गया। आज यह शिशु 4 साल का हो गया है। इसका नाम प्रेम कुमार है। वह बाटागंज में स्थित स्कूल में अध्ययनरत हैं।मगर प्रेम कुमार ने मां-बाप और अपने लोगों के बीच में प्रेम का बीजारोपण नहीं कर सका।
शोभा देवी कहती हैं कि पप्पू महतो शराब और स्मैक सेवन करते हैं। इनका कहना है कि हम मारूति गाड़ी चलाते हैं और तेरा बाप ठेला चलाते हैं। और तो और तुम दाईका कार्य करती हो। इसके कारण समाज और परिवार वालों के बीच में प्रतिष्ठा तार-तार होते रहता है। इस बात को लेकर घर में तू-तू-मैं-मैं होते रहता।खलनायक की भूमिका भैसुर किशोर महतो अदा करते हैं। एक बार नंगधड़ग होकर किशोर महतो घर में प्रवेश कर गए। इसका विरोध करने से ससुराल के लोग एकजुट हो गए। बात-बात में ताना मारते और गाली-गल्लौज करते हैं। इस बीच घर में सुपुत्र प्रेम कुमार के साथ थे। 2 अप्रैल 2015 को करीब 8 बजे रात में एकाएक ससुराल वाले आकर गाली-गल्लौज पर उतारू हो गए। फिर मारने और पिटने लगे। इतना करने के बाद मेरे शरीर पर मेरे पतिदेव पप्पू महतो, भैसुर किशोर महतो, श्वसुर बुल्लक महतो, किशोर महतो की पत्नी सभी एक नीयत से किरासन तेल छिड़क कर माचिस जला दिया,जिससे बुरी तरह से जल गयी। घायलावस्था में साई अस्पताल में भत्त  करायी गयी।हजारों रूपए खर्च करने के बाद ठीक हो रही हूं। इस समय घर पर रहती हूं और समय होने पर घाव सफाई करवाने जाती हूं। पट्टी बांध दिया गया है। छाती और पीठ पर जलन है। इस संबंध में दीघा थाना के प्रभारी को लिखित आवेदन दिया गया। मगर किसी की गिरफ्तारी नहीं की गयी है। पुलिस ने श्वसुर बुल्लक महतो को पकड़कर लायी थी। हाजत में पैशाब और पैखाना कर देने के कारण पुलिस वालों ने छोड़ दिए। इसके आलोक में पप्पू महतो और उसके पिता,भाई और भाभी पर कोर्ट में जाकर केस कर दिया गया है।

दीघा थाना में पदस्थापित कंचन सिन्हा का कहना है कि 2 अप्रैल 2015 से 5 दिनों की छुट्टी में चली गयी थीं। इसी बीच शोभा देवी के मामले के अनुसंधानकर्ता बना दी गयीं। अनुसंधान करने वाली कंचन सिन्हा का कहना है कि शोभा देवी की केस संख्या- 96/2015 है। धारा 307 और 498 (ए) आईपीसी के तहत मामला दर्ज है। मजे की बात है कि मसले में कोई गवाह ही नहीं है।अभी तक डीएसपी के द्वारा सुपरविजन नहीं किया गया है।वहीं शुद्धि पत्र भी दाखिल नहीं किया गया है। इसके कारण अवसर है कि आरोपित लोगों पर धारा 325 भी दर्ज हो। आरोपियों का घर थाने से 500 गंज की दूरी पर है। ब्रह्नमस्थानी गली में अमर सिंह के मकान में रहते हैं। अनुसंधानकर्ता का कहना है कि यह तहकीकात हो रहा है कि शरीर पर आरोपित लोग किरासन तेल डालकर माचिस लगा दिए है अथवा खुद शोभा देवी लोगों को फंसाने के लिए कांड बना रही हैं?यह सब डीएसपी के सुपरविजन के बाद ही पता चल पाएगा।

लाल केवट महतो कहते हैं कि आज भी मोबाइल से पप्पू महतो धमकी देते हैं कि अभी तो बेटी को ही जला दिए हैं। आपके दोनों बेटे को गोली मार देंगे। आप ठेला चलाते हैं। मारूति से ठेला में टक्कर मार देंगे। सड़क दुर्घटना के नाम पर जान ले लेंगे। संपूर्ण प्रकरण में शोभा देवी कहती हैं कि पप्पू महतो के साथ नहीं रहेंगे। कुर्जी में रहकर दाई का कार्य करेंगी और अपने एकतौले पुत्र प्रेम कुमार को पढ़ाकर नेक इंसान बनाएंगी। अब तो आने वाला समय ही बताएगा? इसका क्या परिणाम निकलता है।


आलोक कुमार




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