Tuesday, 22 September 2015

अमीरों द्वारा 50 हजार करोड़ का खाना बर्बाद करने से


गरीबों पर पड़ता है असर
देश में हर चौथा शख्स भूखा रह जाता है

पटना। अमीरों द्वारा 50 हजार करोड़ का खाना बर्बाद किया जाता है। इसका असर गरीबों पर पड़ता है। 22 करोड़ लोग भूखे पेट सोने को बाध्य हो जाते हैं। तभी तो महादलित मुसहर समुदाय के लोग घोंघा, सितुहा, कोकड़ा, मुर्गी की चमड़ी,चूहा आदि खाने को बाध्य हैं। अब यह जानकार आश्चर्य में पड़ जाएंगे कि जानवर गेहूं खा लेता है। गेहूं को जानवर पचा नहीं पाता है। तो वह गोबड़ के साथ गेहूं को बाहर निकाल देता है। गरीब लोग गोबड़ को घर लाते हैं। गोबड़ को पानी में डाल देते हैं। इसके बाद गेहूं को छान लेते हैं। गेहूं को सूखाने के बाद चक्की में पीसकर रोटी बनाकर खाते हैं। 
आलोक कुमार

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