पटना। आज बहुत ही महत्वपूर्ण दिवस है कैथोलिक मेडिकल मिशन सिस्टर्स सोसायटी की। इस सोसायटी की स्थापना सिस्टर डाक्टर अन्ना डेंगल ने 30 सितम्बर
1925 को
की
थीं।
उस
समय
उत्तर
भारत
की
महिलाओं
की
स्वास्थ्य
देखभाल
बेहतर
ढंग
से
नहीं
की
जा
रही
थीं।
उन
दिनों
पुरूषों
के
द्वारा
ही
महिलाओं
की
सेवा
और
देखरेख
की
जाती
थी।
विश्व
के
18 देशों
में
प्रसार
सोसायटी
में
सेवाभाव
की
चिंगारी
लगायी
थी।
वह
आज
90 साल
की
अवस्था
में
मशाल
का
कार्य
करने
लगी
है।
हर
तरह
का
कार्य
सिस्टर्स
करती
हैं।
एक
दुनिया
में
न्याय, पूर्णता और शांति के लिए काम के रूप में 550 विहित
सदस्यों
और
100 एसोसिएट
सदस्यों, आग को जलाए रखने के लिए विशेषाधिकार प्राप्त महसूस करते हैं।
कैथोलिक मेडिकल मिशन सिस्टर्स सोसायटी के द्वारा अव्वल पटना सिटी स्थित पादरी की हवेली में 27 दिसम्बर
1939 से
लघु
अस्पताल
खोला
गया।
इस
अस्पताल
में
मानव
कल्याण
करने
वाली
मदर
टरेशा
नर्सिग
ट्रेनिंग
की
थीं।
कुर्जी
क्षेत्र
में
भव्य
अस्पताल
बन
जाने
के
बाद
1958 में
स्थानान्तरण
किया
गया।
27 दिसम्बर
को
होली
फैमिली
डे
मनाया
जाता
है।
इसका
नाम
कुर्जी
होली
फैमिली
अस्पताल
रखा
गया।
अभी
यह
अस्पताल
नाजरेथ
हॉस्पिटल
की
सिस्टरों
के
सहयोग
से
संचालित
है।झारखंड
के
मांडर
में
ही
होली
फैमिली
अस्पताल
है।
इसके
अलावे
नयी
दिल्ली
स्थित
ओखला
में
होली
फैमिली
अस्पताल
है।
केरल
में
भी
होली
फैमिली
हॉस्पिटल
है।
इन
सभी
हॉस्पिटलों
में
नर्सिग
ट्रेनिंग
दिया
जाता
है।
दुर्भाग्य
से
मलयाली
युवतियों
को
ट्रेनिंग
में
प्रमुखता
दी
जाती
है।
जो
आज
भी
बरकरार
है।
लैबोरेटरी
का
भी
ट्रेनिंग
दिया
जाता
है।
आलोक कुमार
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