Friday 4 December 2015

सामान्य टीकाकरण 2013 तक 65 फीसदी को 5 साल में बढ़ाकर 90 फीसदी करने का निश्चय

मिशन इन्द्रधनुष 25 दिसम्बर 2014 से शुरू

मिशन इन्द्रधनुष 25 दिसम्बर 2014 से शुरू

प्रत्येक माह की 7 तारीख से 7 दिन के लिए 7 जानलेवा बीमारियों के टीकाकरण

पटना। सूबे में राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा नियमित टीकाकरण करवाया जाता है। मात्रः 65 फीसदी ही 30 साल में टीकाकरण किया जा सका। शिशु 2 करोड़ 70 लाख जन्म लिए। 89 लाख शिशु नियमित टीकाकरण कराए। 17 लाख शिशु नियमित टीकाकरण से वंचित रह गए। इसके आलोक में 25 दिसंबर 2014 से मिशन इन्द्रधनुषशुरू किया गया।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय, भारत सरकार ने सुशासन दिवस के मौके पर मिशन इन्द्रधनुष’ 25 दिसंबर 2014 को शुरू किया।  इस मिशन का उद्देश्य वर्ष 2020 तक ऐसे सभी बच्चों का टीकाकरण करना है, जिन्हें सात बीमारियों से लड़ने के टीके नहीं लगाये गए हैं या आंशिक रूप से लगाये गये हैं। ये सात बीमारियां-डिफ्थीरिया, काली खांसी, टिटनेस, पोलियो, टीबी, खसरा और हैपेटाइटिस-बी हैं।
मिशन इन्द्रधनुष’ 7 अप्रैल 2015 से शुरू हुआ। 7 से 14 अप्रैल तक चला। इसी तरह 7 से 14 मई तक, 7 से 14 जून तक और 7 से 14 जुलाई तक चला। इसे प्रथम चरण में 201 जिलों में लागू किया गया। इस अवधि में इस मिशन को 50 जिलों में चालू नहीं किया गया।

अब द्वितीय चरण जारी है। 7 से 14 अक्टूबर और 7 से 14 नवम्बर तक हो गया। 7 से 14 दिसम्बर और 7 से 14 जनवरी 2016 को होने वाला है। 297 जिलों में लागू हो रहा है। 73 हाई फोकस वाले भी जिलों को शामिल किया गया है। इसमें भी 40 जिलों में नहीं हो रहा है।


केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा 
लोक सभा में माननीय सदस्यों के सवाल के जवाब में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि 352 जिलों में पलायन की समस्या अधिक है। माता टीकाकरण करवाने से डरती हैं। वहीं ए0एन0एम0की संख्या भी कम है। अब दुरूस्त कर दिया गया है। इसकी निगरानी करने में 3500 मोनिटर बहाल हैं। संसार में सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान चलाने में सर्मथ हो रहे हैं। इसके बल पर बाल मृत्यु दर 69 प्रतिशत को घटाकर 49 प्रतिशत करने में कामयाब हो रहे हैं। वहीं टीकाकरण दर 1 प्रतिशत में वृद्धिकर 5 प्रतिशत कर पा रहे हैं। पांच साल में 90 प्रतिशत कर देना है।

पोलियो कार्यक्रम को सफलता पूर्वक लागू करने के लिए जिन उपायों को अपनाया गया था, उनको इस मिशन की योजना बनाने और उसे लागू करने में इस्तेमाल किया जा रहा है। टीकाकरण से छूटे हुए बच्चों को टीकाकरण की सम्पूर्ण खुराक दिलाने की व्यवस्था मिशन इन्द्रधनुष में किया जा रहा है। मिशन इन्द्रधनुष के अंतर्गत बच्चों, गर्भवती महिलाओं और माताओं में विभिन्न प्रकार की बीमारियों से बचाव के लिए टीकाकरण किया जायेगा।

आलोक कुमार


मखदुमपुर बगीचा,दीघा घाट,पटना।

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