Wednesday 13 January 2016

सड़क चमकाने वालों की तकदीर भी चमकाने की जरूरी


पटना नगर निगमकर्मियों को स्थायी करने की जरूरत 

पटना। फिलवक्त मामला न्यायालय में रहने के 5 पंचायतों और 1 समिति का वार्ड विभाजित नहीं किया गया है। जो मजदूर बहाल हैं। केवल मुख्य मार्ग पर ही झाड़ू देकर सड़क को ही चमकाने में लगे हैं। इन मजदूरों को न्यूनतम मजदूरी 250 रू0 दिया जा रहा है। 24 दिनों की मजदूरी को वेतननुमा बनाकर 6500.00 रू0 पासबुक में डाल दिया जाता है। 7 साल से सड़क पर धीरज कुमार झाड़ू लगाते हैं और सड़क को चमकाते हैं। मगर आई0ए0उर्त्तीण धीरज कुमार किस्मत नहीं चमका सके। अभी तक स्थायी नहीं किये गए हैं। धीरज कुमार धीरज धड़े हैं कि एक दिन जरूर ही स्थायी कर लिये जाएंगे। 

पटना नगर निगम ने ऐलान किया कि पटना नगर निगम के अधीन 5 ग्राम पंचायत और 1 पाटलिपुत्र सहयोग समिति आ गया है। ऐलान होते ही पश्चिमी दीघा ग्राम पंचायत,पूर्वी दीघा ग्राम पंचायत,उत्तरी मैनपुरा ग्राम पंचायत,पश्मिची मैनपुरा ग्राम पंचायत,पूर्वी मैनपुरा ग्राम पंचायत और पाटलिपुत्र सहयोग समिति के जनप्रतिनिधि संगठित हो गए। पटना उच्च न्यायालय में 5 ग्राम पंचायत और 1 पाटलिपुत्र सहयोग समिति के जनप्रतिनिधियों जनहित याचिका दायर कर दिया। याचिका में कहा गया है कि हमलोग मूलभूत सुविधा दे रहे हैं। इसके आलोक में पंचायतों और समिति को पटना नगर निगम के अधीन करने का औचित्य ही नहीं है। 


बावजूद, इसके पटना नगर निगम के आयुक्त ने दिया 100 मजदूर। नूतन अंचल द्वारा 50 मजदूरों को अन्यत्र लगा दिया है। इस समय 50 मजदूरों को पश्चिमी दीघा ग्राम पंचायत,पूर्वी दीघा ग्राम पंचायत,उत्तरी मैनपुरा ग्राम पंचायत,पश्मिची मैनपुरा ग्राम पंचायत,पूर्वी मैनपुरा ग्राम पंचायत और पाटलिपुत्र सहयोग समिति के कार्यक्षेत्र में लगाया गया है। आई0टी0आई0 रेलवे लाइन से पूरब और पश्चिमी मैनपुरा ग्राम पंचायत के सीमांत तक 17 कूड़ादान रखा गया है। इसमें लोग घरेलू कूड़ों को डालते हैं। यह निवेदन किया गया है कि लोग घर के कूड़ों को कूड़ादान में ही डाले। इधर-उधर कूड़ों को फेंकना नहीं है। सुबह 6 बजे से दोपहर 2 बजे तक कूड़ा उठाने वाला वाहन आकर कूड़ादान से कूड़ों को निकाल ले जाएंगे। 

आलोक कुमार
मखदुमपुर बगीचा,दीघा घाट,पटना।

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