Wednesday 13 January 2016

प्रभु यीशु के नाम लेकर जमीन पर कब्जा



लिपी देवी
पटना। उड़ीसा के निवासी हैं श्यामलाल रेड्डी। 42 साल से कुर्जी में रहते हैं। पटना में ही श्यामलाल रेड्डी का पुत्र जौन बबलू का जन्म हुआ है। जौन बबलू का विवाह लिपी देवी के साथ हुआ है। जौन और लिपी के तीन संतान है। 2 लड़का और 1 लड़की हैं। लिपी देवी कहती हैं कि कुर्जी मोड़ से सटे राजू के मकान पर रहते हैं। इस समय किराया ढाई हजार रू0 देती हैं। पतिदेव साइन पेंटर हैं। पुनाईचक में कार्य करते हैं। आशियाना में स्थित चर्च में पास्टर गिरजा करते हैं और हमलोग में भाग लेने जाते हैं। अन्य लोग भी कुर्बानी में लेने के लिए जाते हैं। 

सदैव ईसाई समुदाय पर एकतरफा दाग लगा दिया जाता है किसी आपलोग लालच में पड़कर ईसाई धर्म अंगीकार कर लिये हैं। शिक्षा,चिकित्सा,जमीन,नौकरी आदि का प्रलोभन मिला होगा?वास्तव में यह दिल का मामला है। दिल मानता है तब ही ईसाई धर्म कबूल किया जाता है। लिपी देवी कहती हैं कि वह बपतिस्मा संस्कार ग्रहण नहीं की है। अभी वह तैयारी कर रही हैं। प्रोटेस्टेंट रहने के कारण नदी में ही जाकर बपतिस्मा संस्कार ग्रहण करेंगी। 

कुर्जी मोड़ बिन्द टोली
एक सवाल का जवाब में लिपी देवी कहती हैं कि राजधानी में मेरे ससुर 42 साल से रहते आ रहे हैं। वह मोटी रकम किराया में व्यय करते हैं। हमलोगों को किसी तरह का प्रलोभन नहीं मिला है। आप देखे कुर्जी मोड़ बिन्द टोली से आगे वाली जमीन पर कब्जा कर रही हूँ। प्रभु यीशु से प्रार्थना करती हूँ कि इस जमीन को अधिकारीगण दे दें। वह भी मेरी मर्जी से नहीं वरण प्रभु यीशु चाहते हैं तब ही यह जमीन प्राप्त हो। गड्ढे में जमीन है। इसको रस्सी से सीमांकन कर दिये हैं। हरेक दिन आकर गड्ढे में मिट्टी डालकर भरने का प्रयास करते हैं। सब कुछ ऊपर वाले पर निर्भर है। अगर वह चाहेगा तो जरूर ही जमीन मिल जाएगी।

अब तो झुंड में आकर महिलाएं जमीन की घेराबंदी कर रही है। पाटीपुल की महिलाएं आयी थीं। इनलोगों की भी झोपड़ियों को ध्यस्त कर दी गयी है। डीएम संजय कुमार अग्रवाल से निवेदन कर रही हैं कि इनलोगों को भी पुनवार्सित करने का कष्ट करें।

आलोक कुमार
मखदुमपुर बगीचा,दीघा घाट,पटना।

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