Tuesday 1 March 2016

इंसेफ्लाइटिस होने के बाद से सुमन कुमारी की आंख की रोशनी खो दी


अर्जुन मांझी और रीता देवी ने भरपूर प्रयास किया कि सुपुत्री ठीक हो सके

दवा से ठीक नहीं हुई तो सुमन को दुआ की जगह लायीं हैं रीता

पटना। उत्तरी मैनपुरा ग्राम पंचायत में एल.सी.टी.घाट मुसहरी में अर्जुन मांझी और रीता देवी रहते हैं। इनकी बेटी हैं सुमन कुमारी। बचपन में इंसेफ्लाइटिस रोग की चपेट में सुमन कुमारी  आ गयी थीं। वह कोमा में चली गयी थीं। वह दवा-दारू के बल पर ठीक हो गयी। कोमा से निकलने के बाद आंख की रोशनी चली गयी। उसके परिजन कुर्जी होली फैमिली हॉस्पीटल से लेकर अन्य हॉस्पीटलों में दिखाये। परन्तु वह आंख से देखने लायक नहीं बन सकीं। 

अर्जुन मांझी कहते हैं कि कुर्जी अस्पताल की सिस्टर आयी थीं। मेरी पत्नी रीता देवी और सुपुत्री सुमन कुमारी को पांच दिवसीय प्रार्थना सभा में भाग लेने पर बल देने लगे। सहमति बनने के बाद रीता देवी ने सुमन के साथ प्रार्थनालय में चले गये। 

मखदुमपुर मोहल्ले के सामने फातिमा माता सुसमाचार केन्द्र है। उसी में पांच दिवसीय प्रार्थना सभा हो रही है। यहां पर ईश्वरी चत्मकार होने के लिए सामूहिक प्रार्थना की जाती है। अब देखना है कि दवा से ठीक नहीं होने वाली सुमन कुमारी दुआ से ठीक हो पा रही है?

आलोक कुमार
मखदुमपुर बगीचा,दीघा घाट,पटना। 

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