पटना। वर्तमान में नेपाल के तराई क्षेत्रों में भारी वर्षा जारी है। इसका अधिक प्रभाव उत्तर बिहार में देखा जा रहा है। महानन्दा, बखरा, कंकई, परमार, कोसी एवं अन्य नदी में उफान आ गया है।इसके कारण राज्य के पूर्णियां, किशनगंज, अररिया, दरभंगा, मधेपुरा, भागलपुर, कटिहार, सहरसा, सुपौल, गोपालगंज जिला बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।
आपदा प्रबंधन विभागः जारी प्रेस नोट में बताया गया है कि कुल 10 प्रभावित जिले हैं। कुल 49 प्रखंड के 254 पंचायत आंशिक और 232 पूर्ण रूप से प्रभावित है। प्रभावित गांवों की संख्या 1789 है। 21.99 लाख जनसंख्या बाढ़ आपदा से परेशान हैं। बाढ़ से घिरे क्षेत्रफल है 1.83 लाख हेक्टयर। 0.90 लाख हेक्टेयर प्रभावित फसलों का रकवा है। अबतक 26 व्यक्तियों की मौत बाढ़ से हो गयी है। इसमें सर्वाधिक मौत 8 सुपौल जिले में, 7 पूर्णिया में, 5 किशनगंज,कटिहार और मधेपुरा में 2-2। 1 अररिया में मौत हुई है। वहीं 2 पशुओं की भी मौत हुई है।
तिनका-तिनका जोड़कर निर्मित 4639 झोपड़ियां बही: गरीब लोगों ने तिनका-तिनका जोड़कर झोपड़ी बनाये थे। वह बाढ़ की विनास लीला का शिकार बन गयी। विवरण विस्तार से है। गृह क्षति - (प) पक्का (क) आंशिक -312(ख) पूर्ण -72, (पप) कच्चा (क) आंशिक -2818 (ख) पूर्ण -1885 और (पपप) झोपड़ी 4639 है। क्षतिग्रस्त गृहों का अनुमानित मूल्य -67.91 लाख है। क्षतिग्रस्त सार्वजनिक सम्पत्ति का अनुमानित मूल्य - आकलन किया जा रहा है।
अब तक 3 लाख 88 हजार 9 सौ 51 जनंसख्या ही निष्क्रमित: सूबे के 10 जिले में बाढ़ से घिरे लोगों को निकालने का प्रयास जारी है। परिचालित नावों की संख्या है। (क) सरकारी देशी नाव - 487 और निजी नाव - 363 है। इनके बल पर 388951 जनसंख्या को निष्क्रमित की गयी। चलाए जा रहे राहत कैम्पों की संख्या -369,शिविरों में रह रहे लोगों की संख्या -205729, चिकित्सा दलों की संख्या - 102पशु शिविरों की संख्या - 39।
सूखा राहत वितरण का विवरण- चूड़ा-1753 क्वीं0, गूड़-360 क्वीं0, दीया-सलाई -79300 पैकेट, मोमवत्ती-3540 पैकेट, किरासन तेल-97955 ली0 पॉलिथिन शीट्स-17342 शीट्स एवं फूड पैकेट-520।
1. बाढ़ के मद्देनजर सुपौल, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, दरभंगा एवं दीदारगंज, पटना में एन0डी0आर0एफ0 की एक-एक टीमें पदस्थापित की गई थी, जबकि खगड़िया, सीतामढ़ी, पूर्णियां, भागलपुर, मधुबनी, मधेपुरा में एस0डी0आर0एफ की एक-एक टीम पदस्थापित की गई थी। एन0डी0आर0एफ0 एवं एस0डी0आर0एफ0 की दो-दो टीमें बिहटा, पटना में सुरक्षित रखी गई थी।
2. बाढ़ग्रस्त अररिया जिले में राहत कार्य हेतु सुपौल जिला से 20 एन0डी0आर0एफ0 जवानों को भेजा गया है। इसके अतिरिक्त बिहटा, पटना से एन0डी0आर0एफ0 की एक स्पेशल टीम (40 जवान) भेजी गई है। साथ ही मधेपुरा से भी एस0डी0आर0एफ0 की एक टीम (20 जवान) अररिया भेजी गई है। साथ ही भोजपुर एवं बक्सर से 25-25 सरकारी देशी नाव भी अररिया भेजा गये हैं।

4. बाढ़ग्रस्त किशनगंज जिले में बचाव एवं राहत कार्य हेतु पूर्णियां जिला से दो इन्फलेटेबल मोटरबोट के साथ एस0डी0आर0एफ0 के 10 जवानों को एवं खगड़िया जिला से 4 इन्फलेटेबल मोटरबोट के साथ 20 एस0डी0आर0एफ0 जबानों को भेजा गया है। इसके अतिरिक्त दरभंगा जिला से एन0डी0आर0एफ0 के 20 जवानों को किशनगंज जिला भेजा गया है। साथ ही दरभंगा एवं लखीसराय जिले से 50 सरकारी देशी नाव भी भेजा गया है।
5. एस0डी0आर0एफ0 की एक टीम (20 जवान) मधुबनी से कटिहार भेजी गयी है।
6. सीतामढ़ी जिला से पदस्थापित एसडीआरएफ की टीम में से आधी टीम (20 जवान) पूर्वी चम्पारण (मोतिहारी) भेजी गई है।
7. मुजफ्फरपुर से एन0डी0आर0एफ0 की एक टीम (12 जवान) प0 चम्पारण (बेतिया) जिला में भेजा गया है। बिहटा (पटना) एवं दीदारगंज (पटना) से एन0डी0आर0एफ0 की 1 - 1 टीम गोपालगंज भेजी गई है।
8. 15000 -15000 तैयार ड्राई फुड पैकेट मुजफ्फरपुर, मधुबनी, सहरसा, मधेपुरा जिला से पूर्णियां भेजा जा रहा है। ड्राई फुड पैकेट में 500 ग्राम सत्तु, 2 क्रि0ग्रा0 चूड़ा, 250 ग्राम चीनी, छोटा पैकेट नमक, मोमगबत्ती, माचिस, एक टॉर्च, एवं पाउडर दूध को पैकेट रखे जाने का निदेश दिया गया है।
9. पटना, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, मधुबनी एवं शिवहर से क्रमशः 5000, 3000, 4000, 3000 एवं 5000 कुल - 20000 पॉलीथीन शीट्स पूर्णियाँ जिला को भेजा जा रहा है।
आलोक कुमार
मखदुमपुर बगीचा,दीघा घाट,पटना।
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