Saturday 3 October 2015

‘अक्षरों का ख़राब होना अधूरी शिक्षा की निशानी है'

अनुपमा सिंह


बेगूसराय। राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी ने कहा है कि ‘अक्षरों का ख़राब होना अधूरी शिक्षा की निशानी है।’ इसको लेकर 2 अक्टूबर 2015 को राष्ट्रपिता के 146 वां जन्मोत्सव के शुभ अवसर पर उन्हीं के आदर्श वाक्यों को बच्चे व्यावहारिक रूप से आत्मसात कर सकें इसी उद्देश्य से मध्य विद्यालय डुमरी, बेगूसराय में बच्चों के बीच ‘सुलेख प्रतियोगिता’ का आयोजन किया गया ..।बेहतर सुलेख के लिए 4 बच्चों को पुरस्कृत भी किया गया ...!
सुशांत भास्कर कहते हैं कि आप आदरणीय हैं और आप जैसे कुछ मुठ्ठी भर लोग जो इस पेशा से जुड़े हैं ,के कारण ही तो शिक्षक शब्द की मर्यादा बची हुई है अन्यथा लोग तो इस पेशा से बेतन पाकर जीवन यापन करते हुए भी इसको अमर्यादित करने पर तुले हुए है ।आज बहुत कम शिक्षक बचे हैं जो पढ़कर बच्चों को पढ़ाने स्कूल जाते हैं ...आप इस प्रकार कार्य करते रहे । 

आलोक कुमार














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