पटना। गंगा नदी उफान पर है। गंगा नदी के बढ़े हुए जल स्तर एवं तेज जल प्रवाह के कारण गंगा नदी के किनारे अवस्थित सभी जिलों में कमोवेश बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गयी है। पटना, वैशाली, भोजपुर एवं सारण जिला के दियारा क्षेत्र बाढ़ से अधिक प्रभावित हुए हैं। बाढ़ से प्रभावित सभी जिलों में राहत एवं बचाव कार्य किया जा रहा है। प्रभावित लोगों को एन0डी0आर0एफ0 एवं एस0डी0आर0एफ0 के सहयोग से जिला प्रशासन द्वारा बाढ़ग्रस्त/ दियारा क्षेत्रों से सुरक्षित निकालकर राहत कैम्पों में लाया जा रहा है, जहाँ उनके लिए पका हुआ भोजन, पीने का पानी, महिला एवं पुरूषों के लिए अलग-अलग शोचालय, स्वास्थ्य जाँच, जरूरी दवाएँ, साफ-सफाई एवं प्रकाश की पर्याप्त व्यवस्था की जा रही है। सूबे के कुल 12 जिले प्रभावित हैं। बक्सर, भोजपुर, पटना, वैशाली, सारण, बेगूसराय, समस्तीपुर, लखीसराय, खगड़िया, मुंगेर, भागलपुर एवं कटिहार। प्रभावित 71 प्रखंडों के 513 पंचायत और 1866 गांव बेहाल है। कुल प्रभावित जनसंख्या है 30.31 लाख। बाढ़ क्षेत्र से निष्कासित 3.08 लाख आबादी है। इस समय बाढ़ से कुल 28 लोगों की अकाल मौत हो गयी है। भोजपुर से 12, वैशाली से 6, समस्तीपुर से 5, भागलपुर से 2, बक्सर से 1, लखीसराय से 1 और खगड़िया से 1 हैं।बाढ़ से मृत पशु की संख्या -6 है। राहत में मनमानी करने के चलते ही घर का आटा गिला करने को बाध्य हैं। इस लड़की को देखे। वह आटा सान नहीं है। उसके बाद रोटी पकायेगीं।
आलोक कुमार
मखदुमपुर बगीचा,दीघा घाट,पटना।
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