Child laboure |
पटना। सूबे में बिहार सरकार के द्वारा बाल मजदूरों से कार्य करवाया जा रहा है? अगर विश्वास न हो तो आप राजधानी के बगल में स्थित गंगा टावर अपार्टमेंट के सामने आकर देख देख सकते हैं। 18 साल से नीचे के वंदे से मजदूरी करवाना गैर कानूनी करार दिया गया है। अब सरकारी कार्य करवाने वाले को गिरफ्तार कौन कर सकता है? सईया बाड़न थानेदार तो डर किस बात की है।
जी हां, बाल मजदूरों के सहयोग से सुरक्षित रखने का उपाय किया जा रहा है। गंगा टावर अपार्टमेंट के सामने एल.सी.टी.घाट में बाल मजदूर बोरों में रेत भर रहे हैं। इन दिनों गंगा और सोन नदी उफान पर है। इसके आलोक में बोरों में रेत भरकर रखा जा रहा है। अभी तक सैकड़ों की संख्या में बोरों में रेत भरकर सजाकर रख दिया गया है। जहां-जहां तटबंध के गेट को बंद करने की आवश्यकता महसूस की जाएगी। वहां से रेत उठाकर गेट को बंद कर दिया जाएगा।
बोरों में रेत भरने वालों ने बताया कि एक बोरे में रेत भरने के लिए चार रूपए मिलता है। इस के आलोक में वयस्क मजदूर कार्य करना नहीं चाहते हैं। वहीं जो लोग ठेका लिये हैं। उनके द्वारा भी मजदूरी देने में डंडी मारा जाता है।
आलोक कुमार