Saturday 20 August 2016

पटना जिले के बाढ ग्रस्त क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया

पटना। शुक्रवार को प्रो॰ चन्द्रशेखर, मंत्री, आपदा प्रबंधन विभाग, बिहार, पटना एवं  लालू प्रसाद यादव, राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा छपरा, वैशाली एवं पटना जिले के बाढ ग्रस्त क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया गया। 

पूर्व सीएम और मंत्री का हवाई सर्वेक्षणः  
वैशाली जिलान्तर्गत राधोपुर दियारा के 20 पंचायतों के अधिकतर गांवों में बाढ़ का पानी पूरी तरह प्रवेश कर गया है। सर्वाधिक प्रभावित पंचायतों में जाफरचक, तिरसिया, वीरपुर, पहाड़पुर पूर्वी एवं पश्चिमी, जिरावनपुर, बड़ाड़ी, जफराबाद, जहाँगीरपुरी, बहरामपुर, चाँदपुरा, रूस्तमपुर, सरायपुर, राघोपुर पूर्वी एवं राघोपुर पश्चिमी पंचायत आदि शामिल है। इन क्षेत्रों में लगी भदैया मक्का, धान, अरहर, चीना, कौनी आदि फसलों की भारी क्षति हुई है। साथ ही साग-सब्जी की खेती भी बुरी तरह प्रभावित हुई है। 

पटना जिलान्तर्गत पटना सदर प्रखंड के नकटा दियारा एवं छित्तरपुर पंचायत  एवं बख्तियापुर प्रखण्ड अन्तर्गत काला दियारा पंचायत बाढ़ से बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं, जहाँ किसानों द्वारा लगाया गया फसल एवं सब्जी का भारी नुकसान हुआ है। 

पटना जिलान्तर्गत दानापुर दियारा के पानापुर, नौदियरी, मानस, खेदलपुर, विष्णुपुर, हरश्यामचक, काफरपुर, जाफरपुर, हेतनपुर, माधवपुर, गंगहारा, बलखंडी, भगत टोला, शंकरपुर, हवसपुर, मकसुदपुर, पतलापुर, अधलगीया के डेरा पंचायत आदि बुरी तरह से बाढ़ ग्रस्त है। इन क्षेत्रों में लगी भदैया मक्का, मसूर एवं साग-सब्जी  की खेती बुरी तरह प्रभावित हुई है। 

छपरा जिलान्तर्गत सोनपुर प्रखण्ड अन्तर्गत सलहल्ली, पकौलीया, बतरौली, रामपुरा, गरीबपट्टी, छित्तरचक, तिवारी टोला, बंगलापर, बभवनगामा पंचायत बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित है। जहाँ लगी हुई फसल एवं सब्जी का काफी नुकसान हुआ है।

माननीय मंत्री महोदय द्वारा जिला पदाधिकारी, छपरा के साथ छपरा जिला में उत्पन्न बाढ़ की स्थिति एवं जिला प्रशासन द्वारा चलाये जा रहे राहत एवं साहाय्य कार्याें के संबंध में समीक्षा किया गया एवं सहाय्य कार्यों में तेजी लाने का निदेश दिया गया है। 

माननीय मंत्री महोदय द्वारा आपदा प्रबंधन विभाग को निदेश दिया गया कि बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुचाने  आवागमन हेतु नावों का त्वरित गति से परिचालन कराया जाय एवं नावों की संख्या में वृद्धि की जाय तथा आवश्यकता अनुसार राहत शिविरों का संचालन किया जाय। इसके अतिरिक्त मोबाईल चिकित्सा दलों को जरूरी दवाऐं, हेलोजन टेबलेट एवं अन्य चिकित्सा सामग्रियों के साथ बाढ़ ग्रस्त गांवों एवं टोलो में प्रतिनियुक्त करने का आदेश दिया गया। साथ ही बाढ़ से प्रभावित परिवारों के लिए शीघ्र राहत एवं अनुदान वितरण करने का आदेश दिया गया। बाढ़ प्रभावित गांवों/टोलों में पशुओं के लिए पर्याप्त मात्रा में पशु चारा एवं पशु दवा की व्यवस्था भी सुनिश्चित करने का निदेश भी दिया गया। जिलों को बाढ़ के कारण मानव, फसल, गृह क्षति एवं अन्य क्षति का आकलन कर देय अनुदान आदि का वितरण ससमय सुनिचित कराये जाने का निदेश दिया गया। 

आलोक कुमार
मखदुमपुर बगीचा,दीघा घाट,पटना।

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